मधुबनी में प्रारंभ किए गए ''अनाज वितरण कार्यक्रम'' को आम लोगों का भी समर्थन मिलता जा रहा है
समस्तीपुर दरभंगा और मधुबनी में मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने संभाल रखा है कमान
बेगूसराय में उनके इस अभियान की कमान जदयू जिलाध्यक्ष भूमिपाल राय ने रखी है संभाल
बिहार सरकार के द्वारा जन वितरण प्रणाली की दुकानों के माध्यम से अनाज उपलब्ध कराए जाने में बरती जा रही शिथिलति पर किया रोष प्रकट
दरभंगा/मधुबनी/बेगूसराय/समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 11 अप्रैल,20 ) । सामाजिक कार्यकर्ता बेगूसराय के बखरी निवासी रजनीकांत पाठक जी का अभियान अब रंग लाने लगा है उनके टीम के द्वारा बेगूसराय समस्तीपुर दरभंगा और मधुबनी में प्रारंभ किए गए अनाज वितरण कार्यक्रम को आम लोगों का भी समर्थन मिलता जा रहा है बेगूसराय में उनके इस अभियान की कमान जदयू जिलाध्यक्ष भूमिपाल राय ने संभाल रखी है जबकि समस्तीपुर दरभंगा और मधुबनी में मिथिला स्टूडेंट यूनियन ने.इनके काम करने का तरीका भी अन्य स्वयंसेवी संगठनों से अलग है रजनीकांत पाठक साधन संपन्न लोगों से दान में अनाज मांग रहे तथा उनसे जरूरतमंद लोगों तक पहुंचाया जा रहा है संकट की इस घड़ी में सहायता के माध्यम से किसी का उपहास ना हो इसलिए पूरी तरह से सहायता प्राप्त करने वाले लोगों की तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालने से रोक लगाया गया है रजनीकांत पाठक बताते हैं कि समस्तीपुर बेगूसराय दरभंगा और मधुबनी में विगत 1 साल से विधान परिषद चुनाव के कारण गांव गांव का भ्रमण कर चुके हैं उनके पास एक मजबूत नेटवर्क है. संकट की घड़ी में हजारों लोग प्रतिदिन उन्हें फोन करते है वे अपनी जिम्मेदारियों से नहीं भाग सकते अपने निजी फंड से जितना कुछ बन पड़ा है लोगों की सेवा के लिए लगे हुए है. पाठक का क्या है कि फिलहाल पुराना संकट के कारण विधान परिषद चुनाव की तारीख है चल गई इस कारण से उनके जो भी करें करता है पूरी तरह से निस्वार्थ भावना से लोगों की सेवा में लगे हुए हैं खुद दिनभर अभियान की मॉनिटरिंग में लगे रहते हैं सैकड़ों लोग संकट की इस घड़ी में उनके अभियान से जुड़े है और अनाज दान देकर लोगों की मदद भी कर रहे हैं बिहार सरकार के द्वारा जन वितरण प्रणाली की दुकानों के माध्यम से अनाज उपलब्ध कराए जाने में बरती जा रही शिथिलति पर भी उन्होंने रोष व्यक्त किया उन्होंने कहा कि संकट की इस घड़ी में सभी लोगों को सरकार की मदद करनी चाहिए पर पंचायत स्तर के लोग इस संकट की घड़ी में भी लूट मचाए हुए हैं जिनके खिलाफ कठोर कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने बिहार के मुख्यमंत्री से मांग की कि संकट की इस घड़ी में नियोजित शिक्षकों को भी वेतन उपलब्ध कराया जाए तथा उनकी सेवा भी लोगों की मदद करने में ली जाए साथ ही साथ उन्होंने जिन लोगों के पास राशन कार्ड नहीं है उन्हें भी आधार कार्ड के आधार पर अनाज उपलब्ध करवाने की मांग राज्य सरकार से की है । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma