विभिन्न शहरों से लेकर गांवों तक छिपे ऐसे लोग यदि स्वयं अपनी जानकारी नहीं देते हैं तो उनके आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों का दायित्व है कि वे आगे आएं
समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 12 अप्रैल,20 ) ।
राज्य में करोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए यह जरूरी हो गया है कि हर उस व्यक्ति की तलाश कि जाए जो हाल के दिनों में विदेश या फिर देश के किसी हिस्से से यात्रा करके बिहार लौटा है। ऐसे लोगों को खुद भी अपनी ट्रेवल हिस्ट्री नहीं छिपाना चाहिए। यदि वे ऐसा नहीं करते है तो अपने साथ स्वयं के परिवार और समाज को खतरे में डालने के लिए जिम्मेदार होंगे। प्रदेश में अभी कई जिन्होंने बिहार से बाहर कि यात्रा की है और वे इसकी जानकारी देने से कतरा रहे हैं।ऐसे लोगों का पता तब चलता है जब वे पूरी तरह कोरोना वायरस की चपेट में आ जाते हैं। विभिन्न शहरों से लेकर गांवों तक छिपे ऐसे लोग यदि स्वयं अपनी जानकारी नहीं देते हैं तो उनके आसपास रहने वाले स्थानीय लोगों का दायित्व है कि वे आगे आएं। ऐसा करने से कोई संदिग्ध कोरोना मरीज छिपने में सफल नहीं होगा। हालांकि, सरकार अपने स्तर से निरंतर ऐसे लोगों का विवरण जुटा रही है। और हद तक सफल भी हो रही हैं। उपरोक्त वक्त्वय सुनील कुमार ठाकुर समाजसेवी ने पत्रकारों को दिया । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सुमन सौरभ सिन्हा की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma