रालोसपा के द्वारा निर्धारित कार्यक्रम '' सत्याग्रह की आस , आओ करे उपवास '' अपनी 07 सूत्री मांग को लेकर अपने घर - अपने दोआर पर सांकेतिक उपवास किया
समस्तीपुर,बिहार (मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 25 अप्रैल,20 ) । राष्ट्रीय लोक समता पार्टी समस्तीपुर के जिलाध्यक्ष अनंत कुशवाहा के नेतृत्व में पाटीॅ के द्वारा निर्धारित कार्यक्रम '' सत्याग्रह की आस , आओ करे उपवास '' अपनी 07 सूत्री मांग को लेकर अपने घर - अपने दोआर पर सांकेतिक उपवास किया गया। उपवास कार्यक्रम में बुद्धिजीवी प्रकोष्ट के प्रदेश अध्यक्ष अमरजीत यादव, राज्य परिषद् सदस्य मोहिउदृिनगर विधानसभा सह जिला सचिव रालोसपा समस्तीपुर रंजीत कुमार, नगर अध्यक्ष राम कुमार, जिला महासचिव अरविंद कुशवाहा उपवास कार्यक्रम में बैठे। जिला अध्यक्ष अनंत कुशवाहा के आवास पर होने वाले उपवास कार्यक्रम में सोशल डिस्टेंस का पालन किया गया और लोगों से अपील की गयी की लॉकडॉउन का पालन किया जाय । तभी कोरोना वायरस से निजात मिलेगा। लोगों से अपील की गयी घर में रहे स्वस्थ रहे। साथ ही जिले के सभी प्रखंड के पंचायत स्तर पर कार्यकर्ता अपने-अपने घरों पर उपवास रख कर सरकार से माँग मानने की माँग की गई। माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री उपेन्द्र कुशवाहा ने बिहार में बड़े पैमाने पर कोरोना जाच करने की आवश्कता पर बल दिया। उन्होंने बिहार भर में गरीबो की रोजी-रोटी और उससे उत्पन्न भुखमरी की ओर बिहार सरकार का ध्यान आकृष्ट किया। बिहार से बाहर जाकर काम करने वाले प्रवासी मजदूरो की खराब स्थिति पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि देश भर में रहने वाले गरीबों की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। दुसरे राज्यों में प्रवासियों को भोजन व आवास की भीषण स्थिति को लेकर बिहार सरकार की अकर्मण्य चुप्पी पर रोष प्रकट किया। उन्होंने कोर्टा समेत अन्य जगहों पर फसे बिहार से बाहर पढने गए छात्रों की दयनीय स्थिति पर गुस्सा प्रकट किया। उन्होंने इस बात पर भी गंभीर आक्रोश व्यक्त किया कि लॉक डॉउन की आर मे पुलिस अपनी बर्बारता की अपनी सीमा पार कर चकई है। हाल के दिनों में निश्चित रूप से पुलिस ने राज्य में अपनी जान को जोखिम में डाल कर सराहनीय कार्य किया है लेकिन राज्य के कई स्थानों पर निरीह और निर्दोष लोगों पर ऐसी बर्बर कार्रवाई की है जिसकी सभ्य समाज में कल्पना भी नहीं कि जा सकती हैं। नावकोठी(बेगूसराय ) एवं गोह(औरंगाबाद ) में पुलिस के द्वारा की गई कार्रवाई अत्यंत शर्मनाक और निदनीय है। पुलिस की वर्दी में किसी की हत्या करने की छूट किसी भी रूप में घोर अन्यायपूर्ण है। ऐसे मामलों पर श्री कुशवाहा ने मुख्यमंत्री से स्वयं संज्ञान लेने की अपील की है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जी ने किसानों, कामगारो, छोटे दुकानदारों और स्वरोजगार से जीवन - यापन करने वाले लोगों को अविलंब सहायता प्रदान करने पर जोर दिया। उन्होंने इस भीषण परिस्थिति में वेतन के अभाव में भूखे भर रहे शिक्षकों की अनदेखी और आशा - आंगनबाड़ी कर्मियों को कई महीनों से वेतन नहीं मिलने की स्थिति की वजह से पैदा हुई त्रासद स्थिति पर अविलंब कदम उठाने की बात कहीं। उन्होंने निम्न मागों पर अविलंब जरूरी कदम उठाने की मांग को लेकर आंदोलन का भी एलान किया। मांगे निम्न है। (01)-सभी जरूरत मंदो को फिलहाल बिना राशन कार्ड (आधार कार्ड यामतदान पहचान पत्र के आधार पर ) देखे राशन उपलब्ध करवाने के लिए। (02)-नावकोठी (बेगूसराय) गोह(औरंगाबाद ) राज्य के अन्य कई हिस्सों में पुलिस द्वारा की गई बर्बारतापूण कार्यवाई के खिलाफ। (03)-राज्य के बाहर फंसे बिहारी मजदूरों, विद्यार्थीयो एवं अन्य लोगों की बिहार वापसी के लिए। (04)-असमय वर्षा, आंधी, ओलावृष्टि और लॉकडॉउन के कारण फसल कटाई में विलंब के चलते किसानों की हुई क्षति की भरपाई के लिए। (05)-बिहार के सभी किसानों के कृषि उत्पाद धान, गेहूं, दलहन,और तिलहन की सरकारी खरीद समर्थन मूल्य पर नगद खरीदने की व्यवस्था के लिए। (06)-बिहार में मजदूरों - कामगारो को रोजगार उपलब्ध कराने के लिए। (07)-बिहार में आंदोलन शिक्षकों की समस्याओं का समाधान करने और अविलंब वेतन भुगतान सुनिश्चित करने के लिए। एवं अन्य कार्यकर्ताओं लालबाबू महतो, इनद्रजीत कुमार, आदित्य कुमार ठाकुर इत्यादि लोग इसके अलावे जिले के विभिन्न प्रखंडों एवं पंचायतों में अपने - अपने आवास पर उपवास रखा गया है। वहीं दूसरी ओर मोरवा प्रखंड
राष्ट्रीय लोक समता पार्टी के द्वारा राज्यव्यापी एक दिवसीय धरना शिक्षाविद् पी० आर० गोपाल की अध्यक्षता में शनिवार को आर बी पब्लिक स्कूल लसकारा के प्रांगण में किया गया। कोरोना महामारी को देखते हुए सोशल डिस्टेंस के पालन करते हुए सात सूत्री मांगों को लेकर धरना दिया।वंही सभा को सम्बोधित करते रालोसपा के प्रदेश महासचिव बिनोद चौधरी निषाद ने कहा कि देश भर में रहने वाले गरीबों की स्थिति लगातार बिगड़ रही है। दूसरे राज्यों में प्रवासियों को भोजन व आवास की भीषण स्थिति को लेकर बिहार सरकार की अकर्मण्य चुप्पी पर रोष प्रकट किया। उन्होंने कोटा समेत अन्य जगहों पर फंसे बिहार से बाहर पढ़ने वाले छात्रों की दयनीय स्थिति पर रोष प्रकट किया।उन्होंने इस बात पर भी गंभीर आक्रोश व्यक्त करते हुए लॉकडाउन की आड़ में पुलिस बर्बरता की अपनी सीमा पार कर चुकी है। हाल के दिनों में निश्चित रूप से पुलिस ने राज्य में अपनी जान को जोखिम में डालकर सराहनीय काम किया है,जबकि राज्य के कई स्थानों पर निरीह और निर्दोष लोगों पर ऐसी बर्बर कार्रवाई की है जिसकी सभ्य समाज में कल्पना नही की जा सकती है।मौके पर उपस्थित ज्वाला प्रसाद राय,दिलीप कुमार चौधरी,बलराम सिंह,राजकुमार राय,अनरजीत राम,अनिल कुशवाहा,चंदेश्वर सहनी,मो महमूद,फूल कुमारी कुशवाहा,उमेश कुमार सिंह,सुरेश प्रसाद सिंह,उमेश कुमार सिंह,नंद किशोर पंडित,उर्मिला देवी,फूलपरी देवी,रेणु देवी,नागों राम,रीना देवी,तिलकेश्वर राय,संजय राय,संजय साह,बेबी कुमारी आदि लोग उपस्थित थे।संचालन डॉ दिलीप कुमार ने किया। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा/दीपक कुमार शर्मा की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma