(मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय नोएडा कार्यालय) ऐसे लोग बहुत कम होते हैं जो कामयाबी के मुंडेर पर पहुंच कर भी पांव जमीं पर ही टिकाये रखते हैं. सफलता की घड़ी में भी जड़ों से जुड़े रहना अपने आप में ही एक बड़ी उपलब्धि है. कुछ ऐसी ही शख्सियत हैं गाजियाबाद के लोनी के हरियाणवी एक्टर प्रताप कुमार बहुत कम वक़्त में ही फिल्म इंडस्ट्री के बड़े-बड़े ऐक्टिंग का सानिध्य हासिल होने के बावजूद अपने सफर को मेहनत और समर्पण के साथ प्रताप आज भी सफलता का श्रेय परिवारवालों और अपनी स्वर्गीय दादी के त्याग को ही देते हैं. भूमिका भले छोटी हो, पर खाते में अग्रिम पंक्ति के हरयाणवी की फिल्में जमा हैं. प्रताप ने अपने फिल्मी करियर की शुरूआत एक चाइल्ड एक्टर के तौर पर की थी.हम आपकी जानकारी के लिए बता दें कि उन्होंने साल 2006 में हरियाणवी फिल्म झलक में लीड रोल किया था उस फिल्म में धाकड़ छोरा उत्तर कुमार भी थे। इसके बाद उन्होंने घरवाली ,चार बेकारें, अनाड़ी, इश्क रोग, सुजाता,एक जमाई दो लुगाईं, गरिब का प्यार, नलायक, गाड़बड़, धींग, लाडली छोड़ी, कामचोर, लाडला छोड़ा, जैसी कई फिल्मों में काम किया. पिछले कुछ समय में प्रताप ने लगातार बेहतरीन परफॉर्मेंस दी है जिससे उनकी लोकप्रियता में काफी इजाफा हुआ है। प्रताप कुमार ने बताया अपनी ताकत की बात करूँ तो मेरी फैमिली मेरी सबसे बड़ी सपोर्ट सिस्टम है. बचपन से आज तक मेरी हर कोशिशों में घरवालों का पूरा सहयोग रहा. गाँव से अभिनय प्रशिक्षण के लिए जा पाना, और फिर हरियाणवी फिल्म जैसे इंडस्ट्री में भविष्य की तलाश के लिए आना, ये उनके बगैर संभव ही नहीं था.और हरियाणवी फिल्म के अमिताभ बच्चन उत्तर कुमार की भूमिका से भी इनकार नहीं कर सकता.प्रताप कुमार की एक फिल्म फड़का आ रही हैं। यह फिल्म गांव की पृष्ठभूमि पर आधारित हैं।