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गोरियामी पंचायत के अंदर कुछ भी हो ता रहे आप उसका जवाब नहीं दे सकते नाही विरोध जता सकते हैं, विरोध करने पर उसका परिणाम बहुत ही गलत और बहुत बुरा हो जाता है : अंगद कुमार


राजेश कुमार वर्मा 

खगड़िया, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 08 अप्रैल,20 ) । खगड़िया जिले के अलौरी विधानसभा क्षेत्र के पंचायत गोरियामी निवासी राष्ट्रीय जनसंग्राम संगठन के जिलाध्यक्ष सह रिसर्च एण्टीकरप्सन एण्ड क्राईम इंवेस्टिगेशन ब्यूरो के प्रखंड प्रमुख अंगद कुमार अपने पंचायत के विकास को लेकर बेहद चिंतित नजर आ रहे है । उन्होंने अपने पंचायत के आमजन को होनेवाली दु:खों की व्याख्यान मिथिला हिन्दी न्यूज /डेली हंट के बिहार सम्पादक राजेश कुमार वर्मा से दूरभाष के माध्यम से करते हुए कहा कि बड़े अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है की हमारे पंचायत के अंदर कुछ भी हो ता रहे आप उसका जवाब नहीं दे सकते है और नाही विरोध जता सकते हैं । वहीं विरोध करने पर उसका परिणाम बहुत ही गलत और बहुत बुरा हाल कर दिया जाता है । क्योंकि ऐसा मैं अपने मन से नहीं बोल रहा हूं । मेरे साथ ऐसा दुर्व्यवहार हो रहा है, उन्होंने अपने ग्रामीणों से कहा है कि आप लोगों को याद होगा कुछ दिन पहले मैंने अपने पंचायत गोरियामी के बारे में कुछ लिखा था । क्योंकि हमारा हक है, हमारा अधिकार है, इसीलिए अभी हम विरोध कर रहे हैं तो उसका पूरा करने का कार्य हमारे पंचायत के जनप्रतिनिधि को उसका सुधार करना चाहिए । ना कि हमारे पंचायत में जो विरोध हो रहा है, आखिर कहां पर क्या चीज कमी है इस विकट परिस्थिति में ना कि राजनीतिक रोटियां सेकना और ना ही राजनीतिक करना चाहिए । लेकिन पंचायत के अंदर सारी व्यवस्था चौपट है,
 कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के पंचायत के गांवों में नाहीं ब्लीचिंग पाउडर की छिड़काव आज तक किया गया और नाही सरकार के द्वारा जो सारी व्यवस्था दी जा रही है वह उपलब्ध कराया जा रहा है। सरकार की दी हुई सामग्री हमारे जनप्रतिनिधियों के द्वारा हमारे पंचायत एवं जनता को जनता प्रतिनिधियों के द्वारा दिया जा रहा है । लेकिन ग्राम प्रधान के द्वारा ऐसा कुछ भी नहीं किया जा रहा है और नाही हमारे पंचायत में सेनेटराईजर, मास्क, गल्ब्स,साबुन दिया गया है और नाहीं ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया है । चुकी इस सारी व्यवस्था हमारे जनप्रतिनिधियों के द्वारा किया जाना था और कुछ इस चीजों के लिए अभी हम लोग आवाज उठाते हैं तो उस आवाज को दबाने के लिए फोन पर धमकी दिया जाता है कि तुम्हारी सारी नेतागिरी झाड़ देंगे । मैं यह बोलना चाहता हूं क्या यह हमारा हक नहीं है । हमारे पंचायत की जनता का हक नहीं बनता है । क्या यह सब बोलने पर नेतागिरी होती है । दोस्तों मेरे पास धमकी भरे ऑडियो रिकॉर्डिंग मौजूद है, मैं इस व्हाट्सएप मैसेज के साथ ही डेली हंट के माध्यम से उन जनप्रतिनिधियों को कहना चाहता हूं कि आप अपनी कमियां दूर करें । फिर किसी व्यक्ति को धमकी भरे शब्दों का इस्तेमाल करें । मुझे मालूम है कि आज फिर बहुत से लोगों को चुभने वाले हैं । लेकिन मैं गलत हूं तो आप मुझे साबित करें । क्या अपने पंचायत के अंदर कहां पर मास्क, सेनेटराईजर, साबुन इत्यादि अभी वितरण हुआ हो और मैं उसके बाद जनप्रतिनिधि का विरोध कर रहा हूं तो गलती हमारी है ।
 साथियों राजा के राज्य में गलत और सही हर वर्ग के लोग रहते हैं, वहीं राजा का कर्तव्य बनता है की प्रजा को संभाल कर रखें । एक साथ रखें । वहीं राजा ईश्वर के रूप माने जाते हैं, ना की राजा को कुछ और असामाजिक तत्वों के बातों में आकर सामाजिक कार्यकर्ताओं को धमकी दिलाना ना ही उनके साथ दुर्व्यवहार करना । उन्होंने कहा कि यह किस भारतीय संविधान में लिखा है । इसके साथ ही उन्होंने कहां की मुझे इस धमकी से परवाह नहीं की प्रतिनिधियों ने मुझे धमकी दिला कर लिखवाना बंद करवा दें । उनका गलत सोच है । मैं पंचायत के बारे में लिखूंगा और लिखता ही रहूंगा । इसके लिए मुझे धमकी दिलाए या शूट करवाएं मुझे कोई परवाह नहीं । जिस दिन जो प्रभु के यहां से लिखा होगा इस दुनिया को छोड़ कर जाने के लिए तो कोई मुझे बचा भी नहीं सकता और उससे पहले कोई मुझे शूट भी नहीं करवा सकता अगर शूट भी करवा देंगे और प्रभू की इच्छा नहीं होगी तो मैं आप सबों के सामने इसी तरह रहूंगा । उन्होंने ग्रामीणों से कहा है कि हमारे पंचायत के अंदर जो सारी समस्या चल रही है, मैं उसके बारे में लिखूंगा और लिखता ही रहूंगा । मैं रहूं या ना रहूं मेरा पंचायत सुरक्षित रहना चाहिए । उपरोक्त वक्त्वय वाट्सएप के माध्यम से समाजवादी विचारधारा के पंचायत निवासी अंगद कुमार ने दिया । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित । Published by Rajesh Kumar verma
      

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