मधुबनी, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 10 अप्रैल,20 ) । कोरोना महामारी ने समाज के मिथक को तोड़ा, बदली सदियों की पुरानी परंपरा, मधुबनी जिले के लखनौर प्रखंड के जोरला-बेला गांव में छह संतानों के पिता अशर्फी मंडल उर्फ बौआ मंडल का निधन हो गया। लॉकडाउन में बच्चे घर नहीं आ सके तो उनकी अर्द्धांगिनी कौशल्या देवी अपनी दोनों बहुओं को साथ लेकर पति की अर्थी के साथ निकल पड़ीं। पति को मुखाग्नि दी, समाज ने साथ दिया तो विधि -विधान से पूरा कर्मकांड भी किया। कौशल्या ने कहा कि अग्नि के सात फेरे लेकर जीने -मरने की शपथ ली थी। साथ जी लिए, लेकिन मरी नहीं। खुद को धन्य समझती हूं कि पति को अपने हाथों अंतिम विदाई दे सकी। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar Verma