कोरोना जैसे संकट में भी रमजान के नाम पर धर्म की राजनीति कर रहे है नीतीश कुमार : अंगद कुमार
मुख्यमंत्री जी स्वयं राजधर्म का पालन करें - अंगद कुमार
खगड़िया, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 26 अप्रैल,20 ) ।राष्ट्रीय जन संग्राम संगठन बिहार प्रदेश जिला खगड़िया उपाध्यक्ष अंगद कुमार सामाजिक कार्यकर्ता जिला खगड़िया के अंतर्गत अलौली प्रखंड एवं गोरियामी पंचायत ग्राम संझौति ने राज्य सरकार पर आरोप लगाया की मुख्यमंत्री के निर्देश पर सभी जिला कलेक्टरों ने आदेश निकाला है कि कोरोना के क्वॉरेंटाइन सेंटर पर "रमजान" माह में रोजा रखने के लिए फल, शरबत, खजूर, नींबू इत्यादि की विशेष व्यवस्था की जाए ।
अंगद कुमार ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान ही #नवरात्रा का बहुत बड़ा त्यौहार जिसको 80% देश की आबादी मानती है उस समय सरकार को ऐसे किसी प्रबंध की या चाय पानी की व्यवस्था का भी ध्यान नहीं आया । जबकि नवरात्र तो केवल 9 दिन का ही त्योहार था । इसी प्रकार क्वॉरेंटाइन में रहने वाले अधिकांश लोग अपने अपने धर्म और मजहब के रूप में मंगलवार , ग्यारस इत्यादि व्रत-त्योहार करते हैं । उनके लिए भी कोई व्यवस्था नहीं की गई ।।
इसी प्रकार इसी दौरान #बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती, #महावीर जयंती, #महात्मा ज्योतिबा फूले जयंती और आज भगवान परशुराम जयंती है ऐसे बड़े मौकों पर भी सरकार को उन स्थलों की साफ-सफाई व मूर्तियों की धुलाई का आदेश करना भी ध्यान नहीं आया केवल रमजान और रोजे सरकार याद रख रही है । अंगद कुमार ने बताया कि सरकार में मुख्यमंत्री जी खुद धर्म के आधार पर राजनीति कर रहे हैं वोट बैंक की राजनीति कर रहे हैं जैसे अन्य धार्मिक पर्व व विश्व प्रसिद्ध # दुर्गा पूजा # हनुमान जयंती # डॉ बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर जयंती में कर लगाकर धार्मिक मान्यताओं को दरकिनार कर राज्य सरकार को रमजान के रोजे याद रहे। यदि यह धर्म आधारित तुष्टिकरण की राजनीति नहीं है तो और क्या है..? इसके विपरीत सरकार को जब भी कोई अच्छा सुझाव देते हैं या सुधार की बात करते हैं सरकार के नुमाइंदे हम पर धर्म आधारित राजनीति का आरोप लगाने से पहले अपने स्वयं के दामन को देख ले कि वे स्वयं क्या कर रहे हैं।
यहाँ यह स्पष्ट करना चाहूंगा कि यदि सरकार इसे मानव सेवा समझ कर व अन्य सभी धर्मों के प्रति समानता का भाव रखते हुए करती तो हमें किसी प्रकार का कोई एतराज अथवा आपत्ति नही होती परंतु जिस प्रकार राज्य सरकार द्वारा नवरात्रि, बाबा साहब भीमराव अंबेडकर जयंती, महावीर जयंती, ज्योति राव फूले जयंती व भगवान परशुराम जयंती जैसे अन्य धार्मिक पर्व व विश्व प्रसिद्ध खाटू श्याम बाबा के मेले में जजिया कर लगाकर धर्म आधारित राजनीतिक तुस्टीकरण का उदाहरण की मिसाल पेश की है हमे उस पर गहरी आपत्ति है। जिसका हम विरोध करते है तथा राज्य सरकार पर ठीक प्रकार से राजधर्म के निर्वहन नही करने का आरोप लगाते है। जिसे बिहार की जनता कतई बर्दाश्त नही करेगी।
अंगद कुमार ने यह भी बताया कि आज न्यू सरस्वती पूजा समिति के अध्यक्ष अंगद कुमार एवं सभी सदस्य गण के नेतृत्व में अलौली विधानसभा के विधायक से मुलाकात कर उन्हें राज्य सरकार द्वारा धर्म के आधार पर तुष्टिकरण की राजनीति, धर्म आधारित भेदभाव, कर्फ्यू के दौरान बरती जारही शिथिलता व राशन वितरण के भेदभाव से अवगत कराया व अलौली विधानसभा की वर्तमान स्थिति के लिए जिम्मेदार राज्य सरकार/जिला प्रशासन की भूमिका व कोई रोडमेप नही होने से अवगत करवाया जाए एवं हेतु आवश्यक कार्रवाई करने के साथ कार्रवाई करने की मांग की । उपरोक्त वक्तव्य वाट्सएप पर अंगद कुमार
सामाजिक कार्यकर्ता सह जिला खगड़िया उपाध्यक्ष राष्ट्रीय जन संग्राम संगठन बिहार प्रदेश ने दिया । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अंगद कुमार की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma