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शिक्षा विभाग द्वारा शुक्रवार को हुई समीक्षात्मक बैठक में अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी दमनकारी फरमान का सभी आंदोलनकारी हड़ताली शिक्षक ने किया विरोध


हड़ताली शिक्षक शिक्षा विभाग के अवैधानिक आदेश का पालन नहीं करेंगे : सिद्धार्थ शंकर

बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर विगत दो महीने से अनिश्चितकालीन हड़ताल अनवरत जारी है : सिद्धार्थ शंकर

सुदर्शन कुमार चौधरी की रिपोर्ट 

समस्तीपुर,बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय ( 27 अप्रैल,20 ) । बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के आह्वान पर विगत दो महीने से अनिश्चितकालीन हड़ताल अनवरत जारी है। इस बाबत बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के सदस्य सह युवा नेता सिद्धार्थ शंकर ने कहा कि शिक्षा विभाग द्वारा शुक्रवार को हुई समीक्षात्मक बैठक में अपर मुख्य सचिव द्वारा जारी दमनकारी फरमान का सभी आंदोलनकारी हड़ताली शिक्षक विरोध करते हैं। साथ ही उन्होंने सभी निष्ठावान हड़ताली शिक्षकों से अपील है कि वे शिक्षा विभाग के अवैधानिक आदेशों का पालन बिल्कुल नहीं करेंगे। हम सरकार के आदेशानुसार पूर्णतया लॉकडाउन का पालन करते आन्दोलरत रहेंगे। उन्होंने शिक्षकों से अपील की कि जब तक सरकार के द्वारा शिक्षकों के विरुद्ध की गई सभी प्रकार की दमनात्मक कार्रवाई बिना हटाए उतावलेपन और घबराहट में योगदान करने से वे अपने शहीद शिक्षक साथियों की आत्मा पर आघात पहुचाने का काम करेंगे जो सही नहीं है। विभाग द्वारा नियमावली का गलत उल्लेख कर जो हड़ताली शिक्षकों दिग्भ्रमित होते हैं उन्हें इस आंदोलन को कमजोर करने का भी कलंक लगेगा। जैसा कि हम सभी जानते हैं कि वैश्विक कोरोना संकट के कारण सरकार से सौहार्दपूर्ण वातावरण में वार्ता नहीं पर दमन का रास्ता अख्तियार किया जा रहा है। यहां तक कि नियोजन नियमावली के उपबंध का भी उल्लंघन कर शिक्षकों के सेवा से हटाने का फरमान जारी किया है जो कि शिक्षा विभाग के द्वारा शिक्षकों को आतंकित करने का घिनौना प्रयास है। श्री शंकर ने कहा कि बिहार माध्यमिक शिक्षक संघ के एक एक संघर्षशील हड़ताली शिक्षक अपनी चट्टानी एकता से निर्भिकतापूर्वक इस आतंक का जवाब देंगे। संघ के निष्ठावान शिक्षक बिना लिखित समझौता के किसी भी कीमत पर योगदान नहीं करेंगे। जो भी शिक्षक की एकता में सेंधमारी कर रहे हैं उनकी साजिश को पूरी दृढ़तापूर्वक बेनकाब करते हुए पहले से भी अधिक संघीय निष्ठा और एकता का परिचय देंगे तभी सरकार को हमारी लंबित मांगों पर विचार करने के लिए विवश होना पड़ेगा। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सुदर्शन कुमार चौधरी की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma

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