अपराध के खबरें

कोरोना महामारी के वर्तमान समय में मीडिया कर्मियों का योगदान

 

वास्तव में देखा जाए तो मीडिया के बिना राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर दोनों में से किसी भी स्तर की घटनाओं का सही रूप से आंकलन और कल्पना करना काफी मुश्किल है ।

आज देश के मीडिया कर्मियों की दैनिक जीवन के कार्यशैली को देखोगे तो आपको खुद व खुद समझ में आ जाएगा कि कैसे निर्भय होकर मीडिया कर्मी विभिन्न संचार माध्यमों से हर परिस्थिति को झेलकर घर बैठे लोगों तक देश-विदेश के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों की जानकारी दे रहे हैं 

विधि संवाददाता रविशंकर चौधरी अधिवक्ता समस्तीपुर

नई दिल्ली, भारत ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 16 अप्रैल,20 )।
वर्तमान स्थिति और हालात में देश के भिन्न-भिन्न हिस्सों में रहने वाले विभिन्न जाति,धर्म और समुदाय के लोगों को विभिन्न संचार माध्यमों से पल-पल की सही जानकारी मिलने के बाद यह मालूम हो गया होगा कि देश में प्राकृतिक आपदा से संबंधित इस संकट भरी स्थिति में लोगों को जागरूक करने में मीडिया कर्मियों का कितना महत्वपूर्ण योगदान है ? वास्तव में देखा जाए तो मीडिया के बिना राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर दोनों में से किसी भी स्तर की घटनाओं का सही रूप से आकलन और कल्पना करना काफी मुश्किल है । देश में जागरूक मीडिया कर्मियों ही आज देश के भिन्न-भिन्न हिस्सों में रहने वाले लोगों को वाइरस के बचाव के लिए सही घटना की जानकारी देकर प्रेरित किया । जहां हर लोग कोराना वायरस की वजह से डरे हुए हैं वहीं आज अपने ज़िन्दगी की परवाह किए बिना प्रत्येक घटना से जुड़ी पल-पल की सही जानकारी मीडिया कर्मी ही दे रहे हैं । इस तरह के कार्यों को निर्भय होकर संपादित करने में मीडिया कर्मियों का काफी सराहनीय योगदान है । इस भयावह स्थिति में मीडिया कर्मियों द्वारा इस तरह के अच्छे प्रदर्शन प्रदर्शित करने की वजह से सभी मीडिया कर्मी सभी लोगों के बीच आज काफी ज़्यादा प्रशंसा के पात्र बन गए हैं । जब आप आज देश के मीडिया कर्मियों की दैनिक जीवन के कार्यशैली को देखोगे तो आपको खुद व खुद समझ में आ जाएगा कि कैसे निर्भय होकर मीडिया कर्मी विभिन्न संचार माध्यमों से हर परिस्थिति को झेलकर घर बैठे लोगों तक देश-विदेश के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों की जानकारी दे रहे हैं तथा हर पहलू का मध्य नजर रखते हुए देश के वर्तमान गतिविधियों और स्थितियों को भी समझा रहे हैं । जिससे लोगों को परिस्थितियों के अनुसार अपने आप को संभालने में मदद मिला । सक्रीय रूप से जागरूक एवं सच्ची निष्ठा से कार्य करने वाले ऐसे मीडिया कर्मी की वजह से लोग आज सरकार और पुलिस प्रशासन के निर्देश का भी सही ढंग से पालन कर पा रहे हैं । वास्तविक रूप से देखा जाए तो एक ईमानदार, कर्मठ एवं योग्य मीडिया कर्मी ही हर विषम परिस्थिति का सामना करके हर सच्चाई का पर्दाफाश करते है । आज इस तरह के ही मीडिया कर्मी ऐसी भयावह स्थिति में अपने कुशल और प्रभावकारी प्रदर्शन को दिखाकर देश के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले कुछ भ्रष्ट पुलिस प्रशासन एवं डॉक्टर की गंदी मानसिकता को बदल डाला और जिसके कारण उनके सोच और कार्यशैली में काफी बदलाव आया है जोकि आज हमारे समाज और राष्ट्र के लिए बेहद खुशी की बात है । अब तक जो समाज में झूठे समाज सेवक का ढकोसला कर रहे थे वैसे भ्रष्ट लोगों का भी मीडिया कर्मी पर्दाफाश कर उनका उन्मूलन कर रहे हैं । आज मीडिया कर्मी ही अच्छे सामाजिक कार्यकर्ता , ईमानदार पुलिस प्रशासन एवं सरकार द्वारा बेसहारा और गरीब लोगों को मदद भी दिलवा रहे हैं । देश के ऐसे मीडिया कर्मियों को मैं तहे दिल से स्वागत करना चाह

: लॉक डाउन के बाद प्रशासनिक व्यवस्था 
 लॉक डाउन के बाद देश के भिन्न-भिन्न क्षेत्रों में प्रशासनिक व्यवस्था काफी दुरुस्त है । पुलिस प्रशासन द्वारा वर्तमान प्रशासनिक व्यवस्था को देखने पर ऐसा लग रहा है मानो अब देश में कानून व्यवस्था पूर्ण रूप से सुधर चुका है । आज इस तरह की दुरुस्त कानून व्यवस्था ही वास्तविक कानून व्यवस्था को दर्शा रहा है । वर्तमान कानून व्यवस्था और स्थिति को आकलन करने के बाद आम लोग ही नहीं बल्कि असामाजिक तत्व जोकि अपराध प्रवृति की गतिविधियों को कल तक बढ़ावा दे रहे थे अब उन्हे भी समझ में आ गया है कि कर्तव्यनिष्ठ होकर ईमानदारीपूर्वक कार्य करनेवाले पुलिस प्रशासन की क्या क्षमता होती है . ? वास्तविक रूप से देखा जाए तो एकजुटता के साथ किसी मिशन के लिए किया गया कार्य में लोगों को निश्चित रूप सफलता मिलती है । आज वर्तमान समय में देश के सारे पुलिस प्रशासन नि:स्वार्थ भाव से एकजुट होकर विभिन्न माध्यमों से बेवजह घर से बाहर निकालने वाले लोगो पर अंकुश लगाकर कोराना वाइरस को भागने में मदद कर रहे है । साथ ही साथ लोगों को जागरूक भी कर रहे हैं । कई जगह पुलिस प्रशासन के द्वारा विभिन्न माध्यमों से जागरूक अभियान भी चलाया जा रहा है जो कि विषम परिस्थितियों में पुलिस प्रशासन का उच्च स्तर के सकारात्मक सोच और कार्यशैली को दर्शा रहा है ।पुलिस प्रशासन अपने मिशन में सफलता पाने के लिए रात दिन मेहनत कर रहे हैं । लेकिन समाज में रहने वाले कुछ निम्न मानसिक प्रवृत्ति वाले लोग इनके मेहनत पर पानी फेर रहे हैं। इस तरह के समाज में रहने वाले लोग समाज और राष्ट्र के लिए काफी घातक साबित हो रहे हैं । आज जो लोग देश में हो रहे इस तरह के भयावह स्थिति में असामाजिक तत्व को बढ़ावा दे रहे हैं वैसे लोग समाज का कभी भला नहीं कर सकते । अतः लोगों को चाहिए कि ऐसे असामाजिक तत्व को बढ़ावा देने वाले लोगो की बातों को नजर अंदाज करे एवं सरकार और पुलिस प्रशासन के द्वारा दिए गए दिशा निर्देश को सही ढंग से पालन करें । उनके निर्देशों को कभी भी नजर अंदाज न करें । कल तक कुछ पुलिस प्रशासन भ्रष्ट और गंदी नीति को अपना रहे थे वैसे पुलिस प्रशासन भी आज आम जनता के साथ इस तरह व्यवहार कर रहे है मानो समाज में हर स्तर के व्यक्तियों को कानूनी तौर पर वास्तविक रूप से समानता का अधिकार दिया जा रहा है और नि:स्वार्थ भाव से पुलिस के ऐसे सख्त शासन व्यवसथा से बहुत सारे जनता खुश भी है । कानून व्यवस्था में सभी को समानता का अधिकार दिया गया है लेकिन वास्तविक जीवन में आजादी के बाद इतने तादाद में पुलिस प्रशासन के द्वारा इस तरह की समानता वाला ईमानदारी पूर्वक शासन व्यवस्था कभी भी देखने को नहीं मिली थी लेकिन आज देश में कोराना वाइरस के संकटभारी स्थिति में देखने को मिल रहा है । पुलिस प्रशासन द्वारा सभी जनता को वास्तविक रूप से एक ही तरह के नियम का अनुपालन करने के लिए जागृत किया गया । पुलिस प्रशासन द्वारा इस तरह के नीति अपनाना पुलिस प्रशासन के सराहनीय कदम को दर्शा रहा है । आने वाले भविष्य में वास्तव में देश को इसी तरह कर्तव्यनिष्ठ होकर ईमानदारी पूर्वक कानून को रक्षा करने वाले और देश में प्रत्येक दिन घटित होने वाले अपराध प्रवृति की गतिविधियों को रोकने वाले पुलिस प्रशासन की जरूरत है । कल तक कुछ भ्रष्ट पुलिस प्रशासन ही पैसे के लोभ में अपराध प्रवृति वाले अपराधी का मंशा को पूरा कर उसको बढ़ावा दे रहे थे । लेकिन आज ऐसे कुछ पुलिस प्रशासन के सकारात्मक सोच विकसित होने के वजह से उनके सोच में काफी बदलाव आया है । जो कि देश के सारे पुलिस प्रशासन और जनता के लिए बहुत बड़ी खुशी की बात है । आज जो पुलिस प्रशासन पूर्व में घूस लेकर गलत चीज को बढ़ावा दे रहे थे ऐसे प्रवृत्ति वाले बहुत सारे पुलिस प्रशासन भी लॉक डाउन के बाद देश के ऐसी संकट भरी स्थिति में पूर्ण रूप से अब सुधार चुके हैं । वर्तमान समय में पुलिस प्रशासन द्वारा प्रत्येक स्तर के व्यक्तियों को एक ही तरह का सजा दिया जा रहा है । कुछ भ्रष्ट पुलिस प्रशासन की वजह से हमारे देश में जो ईमानदार और कर्मठ पुलिस प्रशासन बदनाम हो रहे थे उन पुलिस प्रशासन के अंदर भी आज सकारात्मक सोच विकसित हो गया । जिसके वजह से आज देश के सारे पुलिस प्रशासन देशवासियों के सामने प्रशंसा के पात्र बन रहे है । इस तरह के सकारात्मक सोच विकसित कर संकटभरी स्थिति में बिना भेद भाव किए नि:सवर्थ की भाव से देश के लिए सेवा करने वाले सारे पुलिस प्रशासन को मैं तहे दिल से शुक्रिया अदा करना चाहता हूं । एक ओर जहां कोराना वायरस के वजह से लोग काफी नाखुश एवं डरे हुए हैं वही दूसरी ओर बिना भेदभाव किए इस तरह के समानता के अधिकार वाले वास्तविक कानून व्यवस्था की वजह से लोग काफी खुश हैं । इस दु:ख भरी स्थिति में सभी पुलिस प्रशासन के द्वारा लोगों को नि:स्वार्थ की भाव होकर पूर्ण रूप से सहयोग करने की वजह से भ्रष्ट पुलिस प्रशासन पर भी आम जनता का विश्वास जग गया है । मैं ऐसे पुलिस प्रशासन से नम्र निवेदन करना चाहता हूं कि आने वाले भविष्य में इसी तरीका का सकारात्मक सोच विकसित करके नि:स्वार्थ के भाव बनाए रखें और कानून का रक्षक का काम करें भक्षक का काम नहीं करें । कुछ निम्न मानसिकता वाले भ्रष्ट पुलिस प्रशासन की गंदी नीति एवं लाचारी की वजह से आज देश में बहुत सारे बुद्धिजीवी वर्ग के शिक्षित लोग भी मजबूरनबस अपराध प्रवृति को अपना रहे है । वास्तव में इन चीजों के लिए जिम्मेवार हमारे आस-पास रहने वाले असामाजिक तत्व और कुछ भ्रष्ट पुलिस प्रशासन ही है । हमारे देश के भिन्न -भिन्न क्षेत्रों में रहने वाले बहुत सारे सामाजिक कार्यकर्ताओं और जागरूक नागरिकों का कहना है कि अगर देश के कुछ भ्रष्ट पुलिस प्रशासन पुनः पुरानी नीति के तहत अगर अपने अंदर अब नकारात्मक सोच विकसित कर पहले की तरह गंदी नीति को अपनाकर कानून के रक्षक की भांति कार्य न करके भक्षक की तरह कार्य करेंगे तो देश के ईमानदार और कर्मठ पुलिस प्रशासन और जनता उनको कभी माफ नहीं करेगा क्योंकि इससे केवल पुलिस प्रशासन ही नहीं बल्कि खास क्षेत्र ,राज्य और राष्ट्र की बदनामी होगी । जो कि काफी शर्मसार की बात है । वर्तमान में देश में भयावह स्थिति की वजह से जिस तरह का नि:स्वार्थ की भाव वाला सकारात्मक सोच उन भ्रष्ट और घूसखोर पुलिस प्रशासन के अंदर विकसित हो पाया है यदि ये पुलिस प्रशासन अपने ऐसे सोच, रवैए और कार्यशैली में बदलाव करेंगे तो पुनः सारे पुलिस प्रशासन पर से लोगों को विश्वास टूट जाएगा । वास्तव में देश के कुछ चंद पुलिस प्रशासनों की भ्रष्ट और गंदी नीति की वजह से लोगों के अंदर कुछ पुलिस प्रशासन के प्रति काफी लंबे समय से नकारात्मक और गंदी सोच विकसित हो रहा था लेकिन आज देश के इस तरह के भयावह स्थिति में इन पुलिस प्रशासन द्वारा इनके कार्यशैली को देखकर लोगों के सोच में भी काफी बदलाव आया है । कुछ पुलिस प्रशासन का कहना है कि कल तक इन्हीं पुलिस प्रशासन की वजह से ईमानदार और कर्मठ पुलिस प्रशासन का भी बदनामी हो रही थी तथा आम जनता ईमानदार पुलिस प्रशासन की बातों का भी नजर अंदाज करते रहे जिससे उन्हें पूर्व समय में काफी समस्याओं का सामना भी करना पड़ा । लेकिन लॉक डाउन के बाद ऐसे पुलिस प्रशासन के अंदर विषम परिस्थिति में इतना जल्दी सकारात्मक सोच विकसित हो जाने की वजह से देश के सारे जनताओं को इन पुलिस प्रशासन पर भी विश्वास जग गया है जिसके कारण सारे पुलिस प्रशासन को जनता के द्वारा पूर्ण रूप से सहयोग मिला । पूर्व समय में इन्हीं पुलिस प्रशासन के ही पैसा की लोभ की वजह से आज देश में अपराध प्रवृति वाले लोगो का मनासा पूरा कर रहे है जोकि घूसखोरी की चरम सीमा को दर्शा रहा है । वर्तमान में कुछ भ्रष्ट पुलिस प्रशासन जो कि कल तक पैसा लेकर गलत चीज को बढ़ावा देते थे वर्तमान समय में ऐसी स्थिति में वे भी गलत तरीका से पैसे लेने से डर रहे हैं क्योंकि उन्हें भी अब अपने वरीय पदाधिकारी और भगवान से भी डर लगने लगा है । वास्तविक रूप से हमें ऐसा लगता है कि लॉक डाउन के बाद पुलिस प्रशासन के द्वारा इस तरह के समानता के अधिकार वाले कानून व्यवस्था अपनाया जाएगा तो देश में अपराध प्रवृति काफी हद तक रुक पाएगा। साथ ही साथ समाज में असामाजिक तत्वों को बढ़ावा देने वाले एवं अन्य कई गंभीर समस्याएं भी पूर्ण रूप से दूर हो जाएगा । ऐसी अपराध प्रवृति वाले लोग, असामाजिक तत्वों कुछ भ्रष्ट पुलिस प्रशासन के मिली भगत की वजह से देश में आज बहुत सारे निर्दोष लोगों को अब तक बहुत सारे झूठी घटनाओं में सजा मिल चुका है । ऐसा माना जा रहा है कि इस तरह अगर सारे पुलिस प्रशासन ईमानदार पूर्वक काम करें तो यह सारी समस्याएं धीरे-धीरे समाप्त हो जाएगा । ऐसी कानून व्यवस्था कायम होने पर ही वास्तविक रूप से देश में निर्दोष लोगो का शोषण नहीं होगा बल्कि कानून को धोखा देने वाले सारे भ्रष्ट पुलिस प्रशासन और अपराध प्रवृतियों को अपनाने और बढ़ावा देने वाले लोगों को सजा मिलेगा । और तभी देश में सभी वर्ग के लोग चैन का जिंदगी जी पाएंगे और जिससे देश में अमन शांति कायम हो पाएगा । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा रविशंकर चौधरी की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma

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