सफ़ल रहा भूख हड़ताल, सरकार नहीं मानी तो आंदोलन को दिया जाएगा और धार : सादिक़
पटना, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 22 अप्रैल,20 ) । कोरोना संकट के कारण लागू किये गए लॉक डाउन के कारण देश के विभिन्न हिस्सों में फंसे बिहारी छात्रों और मज़दूरों को बिहार लाने की मांग को लेकर तथा छार मज़दूरों के प्रति नितिश सरकार के अमानवीय रवैयआ के खिलाफ़ बड़ी संख्या आम छात्रों व सीवाईएसएस कार्यकर्ताओं ने सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन करते हुए अपने अपने घरों में एक दिवसीय भूख हड़ताल किया।
दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र नेता व सीवाईएसएस के बिहार राज्य प्रभारी सादिक़ रज़ा ने मिडिया को जानकारी देते हुए बताया कि विभिन्न राज्यों में फंसे बिहारी छात्रों व मज़दूरों को बिहार वापस लाने की मांग को लेकर आज देश के विभिन्न हिस्से में पढाई कर रहे लगभग 1000 से अधिक बिहारी छात्रों ने एक दिवसीय भूख हड़ताल किया है। रज़ा ने कहा है कि नितिश कुमार के अमानवीय रवैये के खिलाफ़ छात्रों और मज़दूरों व्यापक असंतोष है अगर सरकार जल्द से जल्द प्रबंध नहीं करती है तो हम आंदोलन को और धार देंगे।
पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव 2018 के संयुक्त सचिव प्रत्याशी रहे ओसामा खुर्शीद, पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ के पुर्व संयुक्त सचिव अजाद चांद, भागलपुर विश्वविद्यालय के चर्चित छात्र नेता आसिफ़ अली, पटना विश्वविद्यालय छात्र संघ चुनाव 2019 के उपाध्यक्ष प्रत्याशी रहे सचिन मिश्रा, दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्र नेता रजनीश, डॉ एलकेभीडी कॉलेज के निर्वाचित उपाध्यक्ष मो० इश्तेयाक, एलएनएमयू की चर्चित नेत्री मल्लिका गुप्ता समेत बड़ी संख्या में छात्रों और छात्र नेताओं ने इस मुहिम का समर्थन करते हुए एक दिवसीय भूख हड़ताल किया। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma