अपराध के खबरें

कोटा में फंसे विधायक अनिल कुमार को पास जारी करने वाले नवादा के अनुमंडलाधिकारी अन्नू कुमार निषाद को सस्पेंड करने वाली नीतीश कुमार की सरकार ने अपने एक दर्जन से ज्यादा जिलाधिकारी और चहेते अधिकारियों को बचा लिया है : राष्ट्रीय जनसंग्राम संगठन


मिथिला हिन्दी न्यूज टीम 

पटना, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 23 अप्रैल,20 ) । कोटा में फंसे विधायक अनिल कुमार को पास जारी करने वाले नवादा के अनुमंडलाधिकारी कुमार प्रियांशु ने अन्नू कुमार निषाद को सस्पेंड करने वाली नीतीश कुमार की सरकार ने अपने एक दर्जन से ज्यादा जिलाधिकारी और चहेते अधिकारियों को बचा लिया है । राष्ट्रीय जनसंग्राम संगठन के बिहार प्रदेश मीडिया प्रभारी राजेश कुमार वर्मा के साथ ही खगड़िया जिला सचिव प्रवीण 
कोटा में फंसे विधायक अनिल कुमार को पास जारी करने वाले नवादा के अनुमंडलाधिकारी अन्नू कुमार निषाद को सस्पेंड करने वाली नीतीश कुमार की सरकार ने अपने एक दर्जन से ज्यादा जिलाधिकारी और चहेते अधिकारियों को बचा लिया है । बिहार के एक दर्जन से ज्यादा डीएम और एसडीएम ने लोगों को कोटा आने जाने का पास निर्गत किया । लेकिन सारे अधिकारी सरकार के खास और जाति से है। लिहाजा कार्रवाई के बदले चुप्पी साध ली गयी है ।
अपने चहेते अधिकारियों को बचा रही है सरकार । बिहार में अभी कोरोना महामारी एक्ट लागू है । इसके तहत किसी भी तरह की बंदिश और छूट देने का अधिकार सिर्फ डीएम को है।
 लेकिन ज्यादातर जिलों के डीएम ने छोटे अधिकारियों को पास जारी करने का अधिकार दे दिया है. सरकारी कानून साफ साफ कहता है कि डीएम की मंजूरी के बाद ही कोई भी अधिकारी अंतर्राज्यीय पास जारी कर सकता है.
 लिहाजा अगर पास जारी होता है तो उसके लिए पहली जिम्मेवारी डीएम की ही बनती है।
कई डीएम ने खुद जारी किये हैं पास।
बिहार प्रशासनिक सेवा संघ ने सरकार को पत्र लिखा है. इसमें पूरी जानकारी दी गयी है कि कई जिलों के डीएम ने खुद पास जारी कर लोगों को कोटा जाने-आने की अनुमति दी।
पटना, मुजफ्फरपुर,जहानाबाद, भोजपुर जैसे कई जिलों में डीएम ने खुद पास जारी कर लोगों को कोटा से अपने बच्चों को लाने की अनुमति दी। सरकार ने ऐसे ही आरोप में नवादा के एसडीएम को तो सस्पेंड कर दिया लेकिन बाकी किसी पदाधिकारी पर कोई कार्रवाई नहीं की। चहेते एसडीएम पर भी कार्रवाई नहीं।
फर्स्ट बिहार झारखंड के पास आरा सदर के एसडीएम द्वारा जारी कई पास मौजूद है।आरा सदर के एसडीएम ने कई रसूखदार लोगों को कोटा आने-जाने का पास निर्गत किया लेकिन जाति से ब्राह्मण होने के कारण उन्हें सस्पेंड नहीं किया गया। लिहाजा उनके खिलाफ कार्रवाई होने की संभावना भी नहीं दिख रही हैं। 
 माननीय नीतीश कुमार जी हमें जवाब चाहिए..?? 
कोटा जाने के लिए पास जारी करने पर अनुमंडलाधिकारी अन्नू कुमार निषाद को आप सस्पेंड कर देते हैं क्यों...??
और वही काम बिहार के दर्जनों अधिकारियों ने किया था। फिर उन्हें सस्पेंड क्यों नहीं किया गया..??? जनता को जबाब दीजिए पुछ रही है बिहार की जनता...। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma

إرسال تعليق

0 تعليقات
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live