अपराध के खबरें

लॉक डाउन के दौरान अगर आप हो रहें है डिप्रेशन के शिकार, तो हो जाएं सावधान...? : डॉ० राजकिशोर राम


 
 राजेश कुमार वर्मा 

समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 24 अप्रैल,20 ) । आज देश और दुनियाँ मे उत्पन्न कोरोना महामारी की भयावह स्थिति ने सरकारों को लॉक डाउन करने पर मजबूर कर दिया है, जिससे आमजन घरों मे लगभग पिछले एक माह से कैद हैं। इस स्थिति ने जहां लोगों में एक तरफ उनकी क्रियाशीलता में कमी ला दिया हैं, वहीं दूसरी तरफ लोगों के आनंद (खुशी) में भी कमी आ गयी है, जो कहीं न कहीं डिप्रेशन की स्थिति को उत्पन्न करती है। लगातार घर मे बंद होने के कारण लोगों का समय नहीं कट पा रहा है। दिनभर वही बोरिंग टी॰ वी॰ एवं उसके प्रोग्राम, जो कि बार-बार एक ही प्रोग्राम टेलिकास्ट होते रहते है, इसके अतिरिक्त मोबाइल फोन, व्हाट्स-एप, फ़ेस-बुक, यू-ट्यूब, इंस्टाग्राम, इत्यादि जिसने हमे पूरी तरह से अपने गिरफ्त मे ले लिया है, जिसे हम वास्तविक दुनिया समझ के जी रहे हैं, परंतु जिसका वास्तविकता से दूर-दूर तक कोई नाता- रिश्ता नहीं होता है।
 आइए थोड़ा डिप्रेशन की वस्तु-स्थिति को समझने की कोशिश करते है। डिप्रेशन, व्यक्ति के उस मानसिक स्थिति से होता है, जिसमे व्यक्ति के मस्तिष्क मे स्थित रसायन के स्तर (मुख्य रूप से Serotonin एवं Epinephrine मे कमी होना) मे बदलाव से होता है, जो सीधे तौर पर व्यक्ति के व्यवहार को प्रभावित करता है। डिप्रेशन के मुख्य-मुख्य लक्षण कुछ इस प्रकार हो सकते है- नकारात्मक सोच, उदास रहना, रुचि में कमी, खुशी की कमी, मूड का स्तर निम्न होना, मूड का अस्थिर होना, उम्मीद को खो देना, असहाय महसूस करना, नींद की कमी, खाने की रुचि मे कमी, एकाग्रता की कमी, चिड़चिड़ा होना, ऊर्जा की कमी, थकान होना, वजन का घटना या बढ़ना, अधिकतर समय अकेले व्यतीत करना, सामाजिक संपर्कता मे कमी, एवं अंतिम मे आत्महत्या के बारे मे सोचना या प्रयास करना इत्यादि है। अगर इनमे से कुछ लक्षण कम से कम लगातार एक सप्ताह तक रहता है, तो समझिए कि आप डिप्रेशन के शिकार हो चुके है।    
 डिप्रेशन से कैसे मुक्ति पा सकते है ?? डिप्रेशन से बाहर आने के लिए सबसे पहले आपको अपने दिनचर्या एवं खान-पान का विशेष ध्यान रखना होगा। सुबह मे जल्दी उठे (हो सके तो सूर्य निकालने से पहले), घर पर ही थोड़ा व्यायाम करें, जिससे मन एवं मस्तिष्क फ्रेश रहेगा, योगा का अभ्यास करें- यह आपके शारीरिक एवं मानसिक संतुलन को बनाए रखने के लिए सहायक है, मेडीटेशन का भी अभ्यास करे- यह आपके एकाग्रता को बनाए रखने के लिए जरूरी है। आवश्यकतानुसार पौस्टिक नाश्ता जरूर करें। नास्ता एवं खाने मे हरी सब्जियों का सेवन जरूर करें। जीवन मे उम्मीद बनाए रखें और खुद को हमेशा अभिप्रेरित करते रहें, इसके लिए आप सफल व्यक्तियों के ऑटोबायोग्राफी एवं कहानी किताबों को पढ़ें। दिनभर अपने आप को किसी न किसी चीज मे व्यस्त रखें, परिवार के साथ गुणवतापूर्ण समय बिताएँ, हंसी- मजाक करें, टीवी पर पारिवारिक एवं सामाजिक फिल्में देखें, घर मे बागवानी करें, फूल-पत्ती एवं पेड़-पौधे लगाएँ और उसमे अपना समय व्यतीत करें। रात मे समय पर हल्का खाना खाएँ एवं 11 बजे से पहले सो जाएँ। प्रत्येक दिन अपनी दिनचर्या मे आवश्यकता अनुसार थोड़ा परिवर्तन करें। हो सके तो किसी काउंसलर से ऑनलाइन काउन्सलिंग लें। उपरोक्त आलेख डॉ० राज किशोर राम सहायक प्रोफेसर आर० कॉलेज दलसिंहसराय के द्वारा वाट्सएप पर प्रकाशन हेतू दिया गया । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma

إرسال تعليق

0 تعليقات
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live