बिहार सरकार द्वारा हाई स्कूलों में रिटायर शिक्षकों की नियुक्ति के खबरों की भनक लगते ही बिहार के STET अभ्यर्थियों का आक्रोश सरकार के विरुद्ध फूट पड़ा
राज्य सरकार निर्धारित सीटों के विरुद्ध माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन कर चुकी है तो ऐसे में शीघ्र रिजल्ट प्रकाशन करके शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को शुरू करें।
बीएड स्टूडेंट्स एसोसिएशन के संयोजक सुधीर कुमार सिंह ने सरकार पर यह आरोप भी लगाया कि सरकार बिहार में वर्षों से शिक्षक भर्ती के नाम पर योग्य युवाओं के साथ छल करते आ रही है।
मिथिला हिन्दी न्यूज टीम
पटना, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 30 अप्रैल,20 ) । बिहार सरकार द्वारा हाई स्कूलों में रिटायर शिक्षकों की नियुक्ति के खबरों की भनक लगते ही बिहार के STET अभ्यर्थियों का आक्रोश सरकार के विरुद्ध फूट पड़ा । लॉक डाउन की स्थिति में अभ्यर्थी सड़क पर तो उतर नहीं सकते थे ऐसे में उन्होंने ट्विटर पर इसका जोरदार विरोध किया। अभ्यर्थी की यह मांग थी कि जब राज्य सरकार निर्धारित सीटों के विरुद्ध माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का आयोजन कर चुकी है तो ऐसे में शीघ्र रिजल्ट प्रकाशन करके शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया को शुरू करें। बीएड स्टूडेंट्स एसोसिएशन के संयोजक सुधीर कुमार सिंह ने सरकार पर यह आरोप भी लगाया कि सरकार बिहार में वर्षों से शिक्षक भर्ती के नाम पर योग्य युवाओं के साथ छल करते आ रही है। सरकार प्राथमिक शिक्षक नियोजन प्रक्रिया को भी स्थागित कर दी है, ऐसे में माध्यमिक शिक्षक नियोजन एक आशा की किरण बनकर उभरी थी । सरकार के द्वारा अब हाल में ही यह बातें आयी कि हाई स्कूलों में रिटायर शिक्षकों की नियुक्ति होगी। सरकार के इसी प्रस्ताव का विरोध करते हुए शिक्षक अभ्यर्थियों ने सोशल मीडिया ट्विटर के सहारे रिटायर शिक्षकों की नियुक्ति का विरोध व STET रिजल्ट शीघ्र जारी करने को लेकर ट्विटर अभियान चलाया। अभ्यर्थी के इस अभियान को एक लाख से ज्यादा लोगों का समर्थन प्राप्त हुआ । साथ ही अभ्यर्थियों के अलावा आमलोगों ने भी सरकार पर युवाओं के साथ छलावा करने का आरोप भी लगाया। माध्यमिक अभ्यर्थी सुधीर कुमार सिंह, उज्ज्वल चौधरी, ब्रजनंदन यादव ने सरकार से यह मांग किया कि यदि वे रिटायर शिक्षकों की भर्ती के अपने आदेश को शीघ्र वापस लेकर माध्यमिक शिक्षक पात्रता परीक्षा का रिजल्ट प्रकाशन करें व योग्य शिक्षक अभ्यर्थियों की अतिशीघ्र नियुक्ति सुनिश्चित करें। यदि सरकार इस प्रक्रिया पर अमल नहीं करती है तो लॉक डाउन समाप्ति के बाद हज़ारों की संख्या में अभ्यर्थी सड़क पर उतरने पर बाध्य होंगे। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अमित कुमार की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma