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दूसरे राज्योंं से बिहार आनेवाले लोगों की जांच नहीं, समस्तीपुर मुसरीघरारी में up से खगड़िया एक ट्रक पर लगभग 150 सौ मजदूर,बिना जांच के जा रहे अपने घर


राजेश कुमार वर्मा/अमरदीप नारायण प्रसाद

समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 01 अप्रैल,20 ) ।दूसरे राज्योंं से बिहार आनेवाले लोगों की जांच नहीं, समस्तीपुर मुसरीघरारी में up से खगड़िया एक ट्रक पर लगभग 150 सौ मजदूर,बिना जांच के जा रहे अपने घर।
 समस्तीपुर जिलान्तर्गत मुसरीघरारी एन० एच० 28 सड़क मार्ग पर में up से खगड़िया एक ट्रक पर लगभग 150 सौ मजदूर,बिना जांच के जा रहे है अपने घर। समस्तीपुर जिले में आये बाहरी लोगों की जांच लगातार समस्तीपुर सदर अस्तपताल में होता है और क़वारन्टीन के लिए 14 दिनों के लिए स्कूल में रखे जाते है जहाँ भोजन पानी और स्वास्थ्य सुविधा के बीच रखे जाते है लेकिन रात ज्यादा होने के कारण उस वक्त मौके पर कोई भी प्रशासनिक आदमी के नही होनी जिला से ट्रक आसानी से गुजर रही थी जब उनलोगों से बात की गई तो उन्होंने बताया काम बंद हो गई है और बिना काम के भुखमरी की स्थिति हो गई जिससे मज़बूर होकर घर जा रहे है लेकिन इस भीषण संकट में सरकार घोषणा तो कर देती है लेकिन जमीन पर वास्तविक रूप में पता नही इतना ज्यादा वक्त क्यों लगती है जबकि देश के दानवीरों ने अपना फर्ज निभा दिया लेकिन वो मदद की राशि का फायदा एक हफ्ता होने जा रही है लेकिन लोगो को राशन,साबुन ,सेनिटाइजर और कुछ आर्थिक मदद की बात की गई लेकिन अभी तक किसी को नही मिला है।पेट तो इतना इन्तेजार करता है जब पैसे की मदद की बाद होती है तो 24 घंटे के अंदर देश के सभी कस्बो और जिलों में मदद देनी चाहिए ताकि लोग जहा थे वहां रुक सकते थे लेकिन दान के पैसे भी मिलने के बाद भी लोग 36 घंटे 48 घंटे भूखे अपने घरों में रुककर देख लिए अब मदद मिलेगी तब मिलेगी जब खाना पानी नही मिला तब मजबूरन हमलोग अपने घरों से निकलने पर मजबूर हुए कोरोना से मारने की बात तो बाद में होगी अभी तो भूखे ।मरने से बेहतर है कि अंतिम समय मे घर परिवार से मिल ले जो होना होगा वो तो देश की सरकार पर निर्भर है पहले था जो होगा वो ऊपर वाला जाने लेकिन अब सब कुछ रहते हुए भी गरीब गार्बो के लिए पता नही खजाना ही खाली हो जाता है और अमीरों के लिए प्लेन से विदेश से बीमारी लाते है और कुछ चुनिंदा लोगो से live बात करते है और लाखों कड़ोरो मजदूर जो देश की कल कारखाना और फैक्ट्रियां जिसकी बदौलत चलती है उसको पूछने वाला तो दानवीर आये लेकिन सरकार व्व भी मदद पता नही क्यों करती है इससे बेहतर होता कि दानवीर सभी के खातों में ही मदद भेज देते तो सभी के खातों में एक दिन में आ जाता लेकिन दान की राशि से जनता का कल्याण होगा या किसी और का ये तो ईश्वर ही  जाने। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अमरदीप नारायण प्रसाद की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma

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