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प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का देश के नाम संबोधन में हुई घोषणा विशेष पैकेज, लोकड़ाऊंन 04 नए रूप रंग वाला होगा

बादल राज


डेस्क ,बिहार(मिथिला हिंदी न्यूज कार्यालय 12 मई 20) आज देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के नाम रात्री 8 बजे संबोधन किये जिसमे उन्होंने कहा
देश ही नही दुनिया के ज्यादा दुखद मृत्यु हुई है भारत में भी अनेक परिवारों ने अपने स्वजन खोए हैं मैं सभी के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करता हूं,साथियों एक वायरस एक वायरस ने दुनिया को तहस-नहस कर दिया है विश्व भर में करोड़ों जिंदगी संकट का सामना कर रही है सारी दुनिया जिंदगी बचाने में एक प्रकार से जंग में जुटी हमने ऐसा संकट न देखा है नहीं सुना है निश्चित तौर पर मानव जाति के लिए यह सब कुछ अकल्पनीय क्राइसिस लेकिन थकना, हारना टूटना, बिखरना, मानव को मंजूर नहीं है, सतर्क रहते हुए ऐसी जंग के सभी नियमों का पालन करते हमें बचना भी है और आगे बढ़ना भी है। आज जब दुनिया संकट में हैं तब हमें अपना संकल्प और मजबूत करना होगा हमारा संकल्प इस संकट से भी विराट होगा साथियों हम पिछली शताब्दी से ही सुनते हैं कि 21वीं सदी हिंदुस्तान की है हमें कोरोना से पहले की दुनिया को वैश्विक व्यवस्थाओं को विस्तार से देखने, समझने का मौका मिला कोरोना में जो स्थितियां बन रही है उसे भी हम भारत के नजरिए से देखते हैं तो लगता है कि 21वीं सदी भारत की हो यह हमारा सपना ही नहीं यह हम सभी की जिम्मेदारी भी है लेकिन विश्व की आज की स्थिति हमें सिखाती है। हमारे यहां शास्त्रों में कहा गया है यही रास्ता है आत्मनिर्भर भारत साथियों एक राष्ट्र के रूप में आज हमें बहुत अहम मोड़ पर खड़े हैं इतनी बड़ी आपदा भारत के लिए एक संकेत लेकर आए हैं एक संदेश लेकर आई है एक अवसर लेकर आई है अपनी बात बताने का प्रयास करता है सीपीए है कि भारत में ही हर रोज 200000 पीपी और 200000 n95 मस्क बनाए जा रहे हैं। यह हम किस लिए कर पाए क्योंकि भारत ने आपदा को अवसर में बदल दिया आपदा को अवसर में बदलने की भारत की दृष्टि आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकट के लिए उतने ही प्रभावी सिद्ध होने वाली साथियों आज विश्व में आत्मनिर्भर शब्द के मायने पूरी तरह बदल गए ग्लोबल वर्ल्ड में आत्मनिर्भरता की डेफिनेशन बदल रही है अर्थ केंद्रित वैश्वीकरण बनाम मानव केंद्रित वैश्वीकरण की चर्चा जोरों पर है विश्व के सामने भारत का मूलभूत चिंतन आशा की किरण नजर आता है भारत की संस्कृति भारत के संस्कार आत्मनिर्भरता की बात करते हैं जिसकी आत्मा वसुधैव कुटुंबकम एक परिवार भारत जब आत्मनिर्भरता की बात करता है तो आत्म केंद्रित व्यवस्था की वकालत नहीं करता भारत की आत्मनिर्भरता में संसार के सुख सहयोग और शांति की चिंता होती है जो संस्कृति जय जगत में विश्वास रखती हो जो जीव मात्र का कल्याण चाहती हो जो पूरे विश्व को परिवार मानती हो जो अपनी आस्था में माता भूमि ही कुत्तों इसकी सोच रखती हो जो सूची को मां मानते हो वह संस्कृति वह भारत भूमि जब आत्मनिर्भर बनती है तब उसे एक सुखी समृद्ध विश्व की संभावना भी सुनिश्चित होती है भारत की प्रगति में तो हमेशा विश्व की प्रगति समाहित रही भारत के लक्षणों का प्रभाव भारत के कार्यों का प्रभाव विश्वकल्याण पड़ता है जब भारत खुले में शौच से मुक्त होता है तो दुनिया की तस्वीर बदलती है टीवी हो कुपोषण हो पोलियो हो भारत के अभियानों का असर दुनिया पर पड़ता है ।साथ मे उन्होंने कहा कि हम बेस्ट प्रोडक्ट बनाएंगे। उनहींने कहा हमने अपने आंखों से देखा कच्छ भूकंप के बहुत दिन देखे हर तरफ सिर्फ सिर्फ मलबा ही मलबा सबको स्वस्थ हो गया ऐसा लगता था मनोगत मौत की चादर ओढ़ कर सो गया उस परिस्थिति में कोई सोच भी नहीं सकता था कि कभी हालत बदल पाएंगे लेकिन देखते ही देखते कच्छ उठ खड़ा हुआ है यही हम भारतीयों की संकल्प शक्ति है ।प्रधानमंत्री ने कहा अगर कोई काम ठान ले तो उसे कर सकते है और करेंगे, साथ ही 5 पीलर के बारे में भी वर्णन किये। साथ ही उन्होंने विशेष पैकेज के बारे में भी बताये।अर्थव्यवस्था आत्मनिर्भर भारत अभियान आत्मनिर्भर भारत अभियान की अहम कड़ी के तौर पर काम करेगा साथियों हाल में सरकार ने कोरोना संकट से जुड़ी जो आर्थिक घोषणा की थी जो रिजर्व बैंक के फैसले थे और आज जिस आर्थिक पैकेज का ऐलान हो रहा है उसे जोड़ दें तो यह करीब करीब 20 लाख करोड़ रुपए का है 2000000 करो रुपए का है यह पैकेज भारत की जीडीपी का करीब करीब 10% है इन सब के जरिए देश के विभिन्न वर्गों को आर्थिक व्यवस्था की कड़ियों को 2000000 करो रुपए का संबल मिलेगा सपोर्ट मिलेगा 20 लाख करोड़ रुपये के 2020 में देश की विकास यात्रा को आत्मनिर्भर भारत अभियान को एक नई गति देगा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सिद्ध करने के लिए इस पैकेज में लैंड लेबर, लिक्विडिटी और लॉज सभी पर बल दिया गया है यह आर्थिक पैकेज हमारे कुटीर उद्योग उद्योग हमारे लघु मंजुले उद्योग हमारे एम०एस०एम०ई के लिए हैं जो करोड़ों लोगों की आजीविका का साधन है जो आत्मनिर्भर भारत के हमारे संकल्प का मजबूत आधार है यह आर्थिक पैकेज देश के उसके लिए हैं देश के उत्थान के लिए हैं जो हर स्थिति हर मौसम में देशवासियों के लिए दिन-रात परिश्रम कर रहा है आर्थिक पैकेज हमारे देश के मध्यम वर्ग के लिए हैं जो इमानदारी से टेस्ट देता है देश के विकास में अपना योगदान देता है आर्थिक पैकेज भारतीय उद्योग जगत के लिए हैं जो भारत के आर्थिक सामर्थ्य को बुलंदी देने के लिए संकल्पित है कल से शुरू करके आने वाले कुछ दिनों तक वित्त मंत्री जी द्वारा आप को आत्मनिर्भर भारत अभियान से प्रेरित इस आर्थिक पैकेज की विस्तार से जानकारी दी जाएगी । यह पैकेज गरीब,मजदूर,श्रमिकों,मछुआरों, प्रवासी मजदूरों के लिए है।यह पैकेज से सभी सेक्टरों में विकास होगा इतना ही नही नरेंद्र मोदी ने कहा देश के समान ही अपनाए ताकि देश की विकास हो।साथ मे उन्होंने कहा । लोकड़ाऊंन 4 नए रंग रूप वाला होगा नए नियमों वाला होगा। राज्यों से हमें जो सुझाव मिल रहे हैं उनके आधार पर लॉक डाउन हो इससे जुड़ी जानकारी भी आपको 18 मई से पहले दी जाएगी। मुझे पूरा भरोसा है कि नियमों का पालन करते हुए हम कोरोना से लड़ेंगे भी और आगे भी बढ़ेंगे। पैकेज से जुड़ी विशेष जानकारी वित्त मंत्री जी बतायेंगे।साथ मे उन्होंने कहा 18 मई से लागू होगा लोकड़ाऊंन 04। 

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