समस्तीपुर, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 06 मई,20 )। समस्तीपुर जिले में जिला प्रशासन द्वारा किस कदर का रवैया कोरोना संक्रमित मरीज या क्वारेंटाईन किऐ गए मरीजों के प्रति किस कदर है ।जानते है कोरोना संक्रमित मरीज का हाल सुने मरीज की जुबानी,न खाना ठीक से मिल रहा है न कोई झांच हुआ 3 दिनों में,cm से मदद की लगाई गुहार। मालूम है कि समस्तीपुर जिला का पहला कोरोना संक्रमित मरीज हम नाम गुप्त रखेंगे उम्र 25 वर्ष दलसिंह सराय अनुमंडल के विधापतिधाम के रहने वाले है जो 26 अप्रैल को अपने घर आये और जिसे क्वारेंटाईन सेंटर में रखा गया और जांच समय पर नहीं होने के कारण जांच बाद में हुआ जिसका रिपोर्ट 4 मई को आया तो पूरा जिला में और प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया । आनन फानन में होटल में रखा गया, जहाँ 3 दिन से होटल में रखा गया है और नाही कोई भी मेडिकल चेकअप और किसी भी तरह की जांच अभी तक हुई है और खाने के लिए भी दोपहर तक किसी ने कुछ नहीं दिया।
इस हालत में मरीज का कहना है कि कोरोना से बाद में मरेगा या जियेगा लेकिन इस तरह होटल में कैद करके रख देना बिना सुई दवाई के इस हालत में तो लोग इसी लापरवाही से मर जाएगा। सीएम नीतीश कुमार से मदद की लगाई गुहार अगर कोई दवाई दी जाती है तो इलाज किया जाए और जो व्यवस्था है उसको सुधार किया जाए खाना भी जो दिया जाता है वो गाय भैस को खाना देने लायक खाना रहता है और पानी भी नल का पाइन के लिए होटल के द्वारा बोला गया है। जिसके कारण संक्रमित व्यक्ति तीन दिनों से आश लगाए जी रहा है । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अमरदीप नारायण प्रसाद की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma