बेगूसराय
26.05.2020 को बिहार बोर्ड द्वारा मैट्रिक का परिणाम जारी किया गया जिसमें बेगूसराय के बच्चों ने भी अपनी-अपनी प्रतिभा दिखायी।वही हम बात करते हैं प्रखंड टॉपर की तो नावकोठी प्रखंड के ए. पी. एस हाई स्कूल के छात्र वीरेंद्र कुमार ने 445 अंक लाकर अपने गांव हसनपुर बागर और अपने प्रखंड का नाम रौशन किया, जब The Begusarai के टीम के द्वारा वीरेंद्र कुमार से बात किया गया तो उन्होंने बताया कि इस अच्छे अंक लाने के पीछे अपने उनके परिवार वाले और शिक्षक का हाथ है, वीरेंद्र कुमार कुमार के पिता रमाकांत महतो एक किसान हैं और वो अपने बच्चों को पढ़ाने के लिए जी-जान से मेहनत कर रहे हैं वीरेंद्र कुमार ने कहा कि मेरे चाचा ही मेरे प्ररेणा श्रोत हैं, वीरेंद्र कुमार आईआईटी इंजीनियर बनना चाहते हैं।वहीं रजाकपुर हाई स्कूल के छात्र शिवम कुमार ने 427 अंक लाकर अपने गांव और प्रखंड का नाम रौशन किया। शिवम के पिता रवीन्द्र कुमार राय शिक्षक है जिनके द्वारा शिवम को गाइड लाइन मिलते रहता है, शिवम नें अच्छे अंक लाने का श्रेय पीयूष साइंस कोचिंग नावकोठी के शिक्षक पीयूष कुमार एवं अपने परिवार वालों को दिया, शिवम ने कहा कि हम एक अच्छे इंजीनियर बनके देश की सेवा करना चाहते हैं। शिवम रोज 10 घंटे मेहनत करने के बाद यह सफलता पाया।
वही मणि कुमार जिन्होंने 442 अंक लाकर अपने प्रखंड और गांव का नाम रौशन किया मणि कुमार स्वामी विवेकानन्द माध्यमिक विद्यालय लोहियानगर का छात्र था इनके पिता महेंद्रा पासवान इन्हें मजदूरी करके पढाते है इन्होने कहा कि मेरा बेटा मेकेनिकल इंजीनियर बनना चाहता है।मणि ने अपना गाइड लाइनर शिक्षक सचिव को दिया था अपना श्रेय अपने परिवार वालो को दिया।
वही पंचु सहनी का पुत्र निरंजन कुमार 427 अंक लाकर अपने गांव और परिवार का नाम रौशन किया।
शिवानी कुमारी ने 376 नंबर लाकर अपने गांव छतौना का नाम रौशन किया शिवानी के पिता किसान है वो खेती करके अपने बच्चों को पढ़ाते हैं। शिवानी अपना प्रेरणा श्रोत अपने माता पिता और शिक्षक को मानतीं है।
तन्नु प्रिय पिता:- ललन शर्मा 403 अंक, नेहा कुमारी पिता :- नवीन सिंह 317 अंक, अंकुश कुमार पिता :- अरविंद शर्मा 373 अंक, स्वाति कुमारी पिता :- दिनेश शर्मा 390 अंक, अभिषेक कुमार पिता :- राजकुमार शर्मा 337 अंक लाकर इन सभी छात्र- छात्रों ने अपने गांव प्रखंड एवं जिला का नाम रौशन किया। इन सभी ने अपना प्रेरणा श्रोत अपने माता पिता और शिक्षकों को माना।
Published by Amit Kumar