कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है. वहीं मोदी सरकार ने अब लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनों को चलाने की भी इजाजत दी है । इसके साथ ही रेल मंत्रालय ने 'श्रमिक स्पेशल ट्रेन' चलाए जाने का ऐलान किया है ।
वहीं गंतव्य पर पहुंचने के बाद राज्य सरकार के जरिए यात्रियों को रिसीव किया जाएगा । इस दौरान रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिंग और स्टेशन से आगे की यात्रा का इंतजाम किया जाएगा । वहीं अगर जरूरी लगे तो यात्रियों को क्वारेंटाईन भी किया जा सकेगा ।
पटना, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 01 मई,20 ) । कोरोना वायरस से निपटने के लिए देश में लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। वहीं मोदी सरकार ने अब लॉकडाउन में फंसे लोगों को उनके गृह राज्य पहुंचाने के लिए विशेष ट्रेनों को चलाने की भी इजाजत दी है । इसके साथ ही रेल मंत्रालय ने 'श्रमिक स्पेशल ट्रेन' चलाए जाने का ऐलान किया है ।
रेल मंत्रालय ने बताया कि गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाईडलाइन के मुताबिक प्रवासी मजदूरों, तीर्थयात्रियों, पर्यटकों, छात्रों और अन्य व्यक्तियों को अलग-अलग स्थानों पर ले जाने के लिए एक मई मजदूर दिवस से 'श्रमिक स्पेशल ट्रेन' चलाने का फैसला लिया गया है ।देश की कई राज्य सरकारों ने केंद्र सरकार से स्पेशल ट्रेन चलाने की मांग की थी ।
रेल मंत्रालय ने बताया कि इन स्पेशल ट्रेनों को ऐसे फंसे हुए व्यक्तियों को लाने-ले जाने के लिए मानक प्रोटोकॉल के अनुसार संबंधित राज्य सरकारों के अनुरोध पर प्वॉइंट-टू-प्वॉइंट तक चलाया जाएगा । रेलवे और राज्य सरकारें इन 'श्रमिक स्पेशल ट्रेन' के समन्वय और सुचारू संचालन के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को नोडल अधिकारी नियुक्त करेंगी ।
इन रूटों पर स्पेशल ट्रेनें
फिलहाल 6 श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी. इनमें लिंगमपल्ली से हटिया, अलुवा से भुवनेश्वर, नासिक से भोपाल, जयपुर से पटना, नासिक से लखनऊ और कोटा से हटिया के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेन चलाई जाएंगी ।
बिना कोरोना लक्षण वाले को ही इजाजत
यात्रियों को भेजने वाले राज्यों की ओर से उनकी जांच की जाएगी. साथ ही केवल बिना लक्षण वाले यात्रियों को ही यात्रा की इजाजत होगी. प्रत्येक यात्री को अपना मुंह ढककर रखना होगा. साथ ही भेजने वाले राज्यों के जरिए यात्रियों को मूल स्टेशन पर भोजन और पीने का पानी उपलब्ध कराया जाएगा ।
#पहुंचने पर स्टेशन पर भी #स्क्रीनिंग
वहीं गंतव्य पर पहुंचने के बाद राज्य सरकार के जरिए यात्रियों को रिसीव किया जाएगा । इस दौरान रेलवे स्टेशन पर स्क्रीनिंग और स्टेशन से आगे की यात्रा का इंतजाम किया जाएगा । वहीं अगर जरूरी लगे तो यात्रियों को क्वारेंटाईन भी किया जा सकेगा ।
पहली ट्रेन झारखंड के लिए रवाना
वहीं केंद्र सरकार से हरी झंडी मिलने के बाद देश के अलग-अलग राज्यों में फंसे मजदूरों, छात्रों और अन्य लोगों को वापस लाने की प्रक्रिया राज्य सरकारों ने शुरू कर दी है. राज्य सरकार की मांग पर रेल मंत्रालय ने पहली स्पेशल ट्रेन चलाई है, जो शुक्रवार की सुबह तेलंगाना के लिंगमपल्ली में फंसे मजदूरों को लेकर झारखंड के लिए रवाना हुई है । ये ट्रेन रात 11 बजे हटिया पहुंचेगी । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma