कवि विक्रम क्रांतिकारी
कोबिड- 19 से उपजी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और इसके सामाजिक तथा आर्थिक परिणामों के खिलाफ जंग का नेतृत्व पूरा विश्व कर रही है
हम लोग महज अनुयायी हैं और जो हमें दिशानिर्देश विश्व स्वास्थ संगठन और मंत्रालय द्वारा दिया गया है उसका पालन करना हम सब का नैतिक जवाबदेही है ।
प्रशासन व देशवासियों ने जिस आत्मविश्वास और परिपक्वता का परिचय दिया है उसकी पूरी दुनिया में सराहना हो रही है
आज पूरा विश्व इस अदृश्य महामाया महामारी से परेशान है वहीं पाकिस्तान इतनी नीच हरकतें कैसे कर सकता है खुद पाकिस्तान की हालात बहुत ही नाजुक है ।
दोस्तों हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान हमारा धैर्य का बार-बार इम्तिहान ले रहा है जबकि भारत उसकी हर गलती को माफ कर उसे सुधारने का निरंतर मौका दे रहा है
भगवान श्री कृष्ण ने शिशुपाल की 100 गलतियां माफ की थी लेकिन सौ का आंकड़ा पार करते हैं उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था
अगर पाकिस्तान को भारत से मुकाबला ही करना है तो शिक्षा और व्यापार के क्षेत्र व तकनीकी सुविधाओं के विस्तार के क्षेत्र में करें अपने देश को आगे ले जाने में करें विकास के क्षेत्र में बड़ी रेखा खींचे
राजेश कुमार वर्मा की रिपोर्ट
नई दिल्ली, भारत ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 04 मई,20 ) । दोस्तों कोबिड- 19 से उपजी वैश्विक महामारी कोरोना वायरस और इसके सामाजिक तथा आर्थिक परिणामों के खिलाफ जंग का नेतृत्व पूरा विश्व कर रही है हम लोग महज अनुयायी हैं और जो हमें दिशानिर्देश विश्व स्वास्थ संगठन और मंत्रालय द्वारा दिया गया है उसका पालन करना हम सब का नैतिक जवाबदेही है साथ ही अपने आस-पड़ोस के वंचित एवं जरूरतमंदों का सहयोग करने का यह वक्त है दोस्तों इस गंभीर संकट की घड़ी में हमारे नेतृत्व, प्रशासन व देशवासियों ने जिस आत्मविश्वास और परिपक्वता का परिचय दिया है उसकी पूरी दुनिया में सराहना हो रही है वहीं दूसरी तरफ पाक फायरिंग में कश्मीर के बारामूला के रामपुर सेक्टर में सेना के 2 जवान शहीद हो गए दोस्तों यह फायरिंग जम्मू कश्मीर की बारामुला जिले में नियंत्रण रेखा पर पाकिस्तानी सैनिकों की ओर से की गई गोलीबारी में घायल 2 जवानों की शनिवार को मौत हो गई थी आखिर कब अपने ओछी हरकतों से पाकिस्तान बाज आएगा जब आज पूरा विश्व इस अदृश्य महामाया महामारी से परेशान है वहीं पाकिस्तान इतनी नीच हरकतें कैसे कर सकता है खुद पाकिस्तान की हालात बहुत ही नाजुक है दोस्तों हमारा पड़ोसी देश पाकिस्तान हमारा धैर्य का बार-बार इम्तिहान ले रहा है जबकि भारत उसकी हर गलती को माफ कर उसे सुधारने का निरंतर मौका दे रहा है भगवान श्री कृष्ण ने शिशुपाल की 100 गलतियां माफ की थी लेकिन सौ का आंकड़ा पार करते हैं उसका सिर धड़ से अलग कर दिया था लेकिन पाकिस्तान इस से भी आगे निकल गया जब पूरा विश्वास अदृश्य महामारी से परेशान है वहीं यह नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा है दोस्तों वैसे पाकिस्तान अपने निर्माण के दिन से ही विरोधी हिंसा में लिप्त रहा है अगर पाकिस्तान को भारत से मुकाबला ही करना है तो शिक्षा और व्यापार के क्षेत्र व तकनीकी सुविधाओं के विस्तार के क्षेत्र में करें अपने देश को आगे ले जाने में करें विकास के क्षेत्र में बड़ी रेखा खींचे लेकिन पाकिस्तान को यह बात समझ में नहीं आ रही है खुद तो वह परेशान है बदहाल है ही भारत को परेशान करने का मौका वह ढूंढता रहता है इस वैश्विक महामारी में भी उसमें संवेदना नहीं है पिछले वर्ष भी पुलवामा के अवंतीपुरा में 42 जवान शहीद हो गए थे आखिर कब तक ऐसा होता रहेगा l दोस्तों पूरे विश्व समुदाय को मिलकर पाकिस्तान के ऊपर कड़ी कार्रवाई करने की जरूरत है जरा सा सावधानी बरतकर आतंकवाद के खतरों से निपटा और बचा जा सकता है वैसे भारत सरकार को भी सेना में हर एक वर्ग के लोगों को भेजने की जरूरत है चाहे वह किसान का बच्चा रहे चाहे मंत्री का या अधिकारी का सभी के बच्चों को समान अवसर मिलना चाहिए अनिवार्य रूप से सेना में सेवा देने का कम से कम 1 वर्षों का कानून बनाना चाहिए ताकि सभी को देश सेवा करने का मौका मिल सके और जब हमारे देश के मंत्री, संसद अधिकारी और किसान सभी के बच्चे अनिवार्य रूप से सेवा देंगे तो तकनीकी रूप से भी सेना में बदलाव होगा और बहुत से खामियां अपने आप दूर हो जाएंगे दोस्तों जब संविधान के अनुच्छेद- 14 में विधि के सामने समानता की बात की गई है तो फिर सभी के लिए सामान अधिकार और कर्तव्य कि यहां बात क्यों नहीं की जाती है ?कानून बनाने वालों को लगता है कि सीमा पर मरता तो है किसान और मजदूर का ही बच्चा ना कौन हमारा बच्चा जाता है वहां लड़ने इसलिए श्रद्धांजलि देकर फिर वीर शहीदों के बलिदान को भुला दी जाती हैl
कवि विक्रम क्रांतिकारी (विक्रम चौरसिया-अंतरराष्ट्रीय चिंतक) दिल्ली विश्वविद्यालय/ आईएएस अध्येता -9069821319 लेखक सामाजिक आंदोलनों से जुड़े रहें व वंचित तबकों के लिए आवाज उठाते रहते हैं-स्वरचित मौलिक व अप्रकाशित लेख । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा कवि विक्रम क्रांतिकारी की मूल आलेख सम्प्रेषित ।
Published by Rajesh kumar verma