मुंबई, महाराष्ट्र ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 04 मई,20 ) । राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त हिंदी फिल्म दामुल अपहरण गंगाजल मृत्युदंड जैसी फिल्मों में प्रकाश झा के सहायक रहे अनिल अजिताभ अब इस दुनिया में नहीं रहे । अनिल प्रख्यात निर्देशक प्रकाश झा के सहयोगी रह चुके हैं। बाद में वे प्रकाश झा से अलग हो गए और स्वयं फिल्में निर्देशित करने लगे। मूल रूप से बिहार की राजधानी पटना के रहने वाले अनिल इन दिनों फिल्म रणभूमि 2 की तैयारियों में व्यस्त थे। इससे पहले आई उनकी फिल्म रणभूमि सुपरहिट थी। इस फिल्म के पटकथा पर ही प्रकाश झा ने फिल्म चक्रव्यूह बनाई थी। हालांकि, प्रकाश झा इस बारे में कुछ भी कहने से बचते रहे। अनिल अजीताभ का जन्म बिहार की राजधानी पटना में 18 अक्टूबर को हुआ था। फिल्मों में काफी पहले से ही ये सक्रिय रहे हैं। प्रकाश झा के उनकी पहली फिल्म से लेकर लगभग 22 सालों तक सक्रिय रहने के बाद ये उनसे अलग हुए।प्रकाश झा ने जब चक्रव्यूह बनाई तो उसके बाद अनिल अजीताभ ने अपने फेसबुक पर लिखा कि चक्रव्यूह उनकी फिल्म रणभूमि से प्रेरित है। अनिल ने बातचीत के क्रम में बताया कि मैं ये नहीं कहना चाहता कि प्रकाश झा ने मेरी फिल्म की कहानी चुराई है। लेकिन, ये सच है कि उनकी फिल्म और मेरी फिल्म के मूल बिंदु एक ही है।अनिल ने कहा था कि मैं सिर्फ इसलिए ये कह रहा हूं, क्योंकि कई लोगों को ये लगता है कि भोजपुरी में सार्थक और अच्छी फिल्में नहीं बनती हैं। ऐसे में प्रकाश झा द्वारा मेरी फिल्म से प्रेरित होकर चक्रव्यूह का बनाया जाना सिद्ध करता है कि भोजपुरी फिल्में भी अच्छी और सार्थक होती हैं। बता दें कि अनिल ने 'बाहुबली', 'रणभूमि' और 'एक दूजे के लिए' जैसी बेहतरीन भोजपुरी फिल्मों का निर्देशन किया है। लीक से अलग हटकर भोजपुरी सिनेमा को एक नई ऊंचाई देने में इन दिनों दिन रात लगे हुए थे. कई सारे बड़े प्रोजेक्टों पर काम भी चल रहा था. वे खुद मुंबई में रहते थे जबकि उनका परिवार पटना में रहता है उनके पीछे एक पुत्र और एक पुत्री एक बूढ़ी मां व पत्नी है । समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा अनूप नारायण सिंह की रिपोर्ट सम्प्रेषित ।
Published by Rajesh kumar verma