मधुबनी जिला के ग्राम रक्षा दल के सदस्य पुलिस व प्रशासन के हाथ से हाथ मिला कर काम कर रहे है। वे लोगों को जागरूक कर रहे हैं। ग्राम रक्षा दल के मधुबनी जिला के अध्यक्ष धर्मेंद्र दास ने कहा कि बिहार राज ग्राम रक्षा दल को कोरोना वायरस महामारी में जागरूकता संबंधित कार्य करने प्रखंड के सभी पंचायतों में ग्राम रक्षा दल द्वारा सोशल डिस्टेंस पालन करने को लेकर जागरूक किया जा रहा है। साथ ही उन्होंने कहां कि तीन सौ ग्राम रक्षा दल के जवान सेवा में नि:शुल्क दिन रात कार्य में जुटे हैं। गाव घर में जो भी बाहर से लोग आ रहे हैं उसकी सूचना प्रशासन को दी जा रही है। उन्हें स्वास्थ्य जाच कराने के लिए प्रेरित कर रहे हैं।जहां सरकार सभी को कोरोना वारियर्स के रूप में देख रही है । सामाजिक कार्यकर्ता भी इसमें कहीं पीछे नही है। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में निशुल्क कार्यरत कर रहे बिहार ग्राम रक्षा दल सह पुलिस मित्र जो लगभग 2016 से ही अपना जीवन दावँ पर लगा कर रात दिन सरकार के हर योजनाओ में ताल से ताल मिलाकर चलने का कार्य कर रहे हैं। यह संगठन पूरे बिहार में कार्यरत है। नहीं इस काम के एवज में इन लोगों को सरकार न तो कोई भत्ता देती है नही कोई सुविधा दे रही है। जब कि थाना के आदेशानुसार रात्रि गस्ती, शराब बंदी के अलावे लॉक डाउन में रात दिन मेहनत करते हैं । सरकार के पास कई बार इसके लिए इनलोगों का लड़ाई भी जारी रहा। परंतु सरकार इन जैसे निशुल्क कार्य कर रहे कार्यकर्ताओ के लिए कोई सुविधा उपलब्ध नही है। यह कहीं न कहीं बेरोजगारी का रास्ता प्रशश्त कर रहे हैं। जब कि रोजगार सरकार की पहली प्राथमिकता होती है।ग्राम रक्षा दल के सभी सदस्यों की मुख्य मांग सरकार से यह हैं।कि सरकार हम सभी को मानदेय वेतन, स्थायीकरण ,जीवन सुरक्षा बीमा,अन्य सरकारी कर्मचारियों के तरह नियुक्ति की प्राथमिकता,लाठी,टॉर्च और बर्दी इत्यादि देने का कृपया करें।