मिथिला हिन्दी न्यूज :- कोरोना वायरस की महामारी के कारण देश में जारी लॉकडाउन की वजह से छात्र - छात्राओं की पढ़ाई अत्यधिक प्रभावित हो रहा हैं।परंतु यह समस्या कोई एक-दो या दस दिन की नहीं हैं।ये समस्या महीने से चलती से आ रही हैं और भी इस समस्या में लड़ना होगा।परंतु इस दौरान स्टूडेंट के पढ़ाई लिखाई अत्यधिक प्रभावित न हो इसलिए जरूरी हैं कि वे लोग सकारात्मक सोचे , इस संकट की वजह से अत्यधिक तनाव न ले।आप लोग सकारात्मक माहौल का परिचय देते हुए तनाव मुक्त रहकर अपने घरों में ही रहकर पढ़ाई करें।अधिक से अधिक किताबों का अध्ययन करें।सभी विषयों की गहनता से अध्यनन करें । इंटरनेट के माध्यम से पढ़ाई करें।आप जो भी नोट्स तैयार किये हैं उसको पढ़ते रहे ।आपके संस्थान से जो कुछ स्टडी मेटेरियल दिया गया हैं उसको पढ़े एवं अपने शिक्षक के सम्पर्क में रहे जो भी डाउट हो उसे क्लियर करें ।विषय वस्तुओं को पढ़ने के साथ-साथ देश-विदेश में चल रही खबरों से बने रहें ।कोरोना वायरस से निपटने के लिए कौन - कौन से लैब वैक्सीन बनाने में जुटी हैं?कब वैक्सीन आने वाली हैं?इन सबका अध्यनन भी करते रहें ।
कोरोना महामारी में स्टुडेंट को निश्चित रुप से तनाव हो ही रहा होगा,इस दौरान छात्र-छात्राओं के मन में तरह-तरह के सवाल उभरते होगे जैसे कि लॅाकडाउन में पढ़ाई लिखाई प्रभावित हो रहा तो इस दौरान ऐसा क्या करें कि पढ़ाई अत्यधिक प्रभावित न हो?मैं बता दूं कि छात्र- छात्राओं को कोरोना संकट के दौरान अत्यधिक तनाव नहीं लेना चाहिए क्योकि ये संकट एक या दो लोगों की नहीं बल्कि पूरी दुनिया की हैं इसलिए साकारात्मक सोचे,और सकारात्मक माहौल का परिचय देते हुए जितना हो सके समय का सदुप्रयोग करें।घर में रहकर पढ़े ,व्यायाम ,मेडिटेशन इत्यादि करें।एक बार फिर कहुंगा कि साकारात्मक सोचे,खुद को एंव अपने परिवार को खुश रखने की कोशिश करें।कोरोना वायरस को हराना हैं तो आप अपने - अपने घरों में ही रहे ,सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें, क्योंकि फिलहाल यह एक मात्र जरिया बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए ।इसलिए अपनी सबकी जागरूकता ही कोरोना वायरस के महामारी से निपटने में महत्वपूर्ण हथियार बनेगा।इसलिए आप खुद जागरूक रहे अपने आसपास भी लोगों को जागरूक करें ।हम एक साथ मिलकर लड़ेंगे तभी इस जंग में जीत सकते हैं।