लॉकडाउन को अब दो माह का समय हो चला है। जिससे लोगों को खासा दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। काम धंधे ठप होने के कारण आमदनी नहीं हो रही। जिससे ईद के त्योहार पर भी संकट के बादल छा गये हैं। लोगों का कहना है कि उनके पास पैसे नहीं है। जिससे ईद की खदीदारी की जाए। समस्तीपुर जिले शाहपुर पटोरी के शाहपुर उंडी गांव में सरकार की तरफ से कोई मदद मिल रही है। शुक्रवार को इस इलाकों में लोगों की समस्याओं पर बातचीत की गई। लोगों का कहना है कि सबसे बड़ी समस्या रोजगार की है। यदि रोजगार होता तो कुछ राहत मिलती रहती। रोज कमाकर खाने वालों का कहना है कि दो माह से कोई काम नहीं किया। जिससे पैसे खत्म हो चुके हैं, हालात यह है कि अब ईद के लिए भी खरीदारी भी नहीं हो रही है। सरकार की ओर से मदद की जा रही है। लेकिन वह भी नाकाफी है। लोगों का कहना है कि उनके जीवन में पहली बार है कि ईद बिना किसी खरीदारी के ही मनाई जाएगी। उनका कहना है कि कुछ ऐसा इंतजाम किया जाए जिससे थोड़ा बहुत काम मिल सके। जिससे हालात में कुछ सुधार हो सके। जब खबर संकलन जिले के पत्रकार उस गांव में पहुचे तो उन्हें हालात की जानकारी देते हुए ग्रामीण सत्येंद्र कुमार ने कहा कि इस गांव में सांसद और विधायक दोनों है पर किसी काम के नही है। जब से लॉक डाउन हुआ है तब से लेकर आज तक कोई भी जनप्रतिनिधि इन गरीब परिवार को देखने तक नही आया। बता दें कि पटोरी प्रखंड के शाहपुर उंडी पंचायत एवं चकसलेम में पूर्व प्रमुख सतेंद्र राय ने रमज़ान के पवित्र पर्व में गरीब मुस्लिम परिवारों के बीच लुंगी, साड़ी एवं अन्य वस्तु के साथ साथ जो जरूरी का सामान का वितरण किया। उनके द्वारा कोविड-19 महामारी से बचने को मास्क, सैनिटाइजर, साबुन का भी वितरण किया गया। इस मौके पर मनीष कुमार,चंदन यादव,मोहन कुमार, विक्रम कुमार, धनंजय कुमार, सनी कुमार, राज कुमार राम आदि लोग मौजूद थे।