कंपनी के प्रबंधक निदेशक महोदय भारत सरकार के नियमों का उल्लंघन कर नियमों की उड़ा रहें हैं धज्जियां
पीड़ित कर्मचारियों की ओर से उजैन्त कुमार ने भेजा मुख्यमंत्री के पास त्राहिमाम संदेश
कंपनी के प्रबंधक निदेशक कुमार राजेश को पत्रकारों की कद्र भी करने नहीं आती
पत्रकारों को कहतें है पत्रकार है तो अपने घर के है घर में रहें
पटना, बिहार ( मिथिला हिन्दी न्यूज कार्यालय 06 मई,20 ) । राजधानी पटना के न्यू जक्कनपुर, बटुकेश्वर दत्त लेन, लक्ष्मी मार्केट के नजदीक,जी.पी. ओ., पटना-800001निवासी उजैन्त कुमार, (📲: 7633073534)C/o - चंद्रसेन प्रसाद सिंह, ने बिहार सरकार के पास ई-मेल के माध्यम से त्राहिमाम संदेश भेजकर सहयोग करने की गुहार लगाया है । उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से कहां है कि मैं उजैन्त कुमार, ऑक्सीजन लाइफ केयर प्र० लि०, दवा कंपनी, बोरिंग रोड, पटना ऑफिस में कार्यरत हूँ। लॉक डॉउन के शुरुआती में हमारे कंपनी के प्रबंधक निदेशक कुमार राजेश ने हम सभी कर्मचारियों - उजैन्त कुमार, विकास कुमार और धर्मवीर को बड़े भाई और शुभचिंतक की तरह गाइड किया कि लॉक डॉउन की स्थिति गंभीर होने वाली है, इसलिए आप लोग घर का राशन गैस सिलेंडर व सभी जरूरत के सामान स्टॉक कर लें, यहाँ तक कि मुझे दिनांक 03 अप्रैल 2020 को महोदय ने फोन कर बोला कि अभी लाॅक डाउन में ऑफिस नहीं आना है और एडवांस पैसे और मेडिसिन की आवश्यकता होगी तो फोन कर लेना है। उपरांत उन्होंने मार्च महीने का वेतन बुला कर दिया और आज अप्रैल महीने बीत जाने के बाद वेतन देने में असमर्थता जता रहे हैं । जबकि भारत सरकार ने आदेश जारी कर कहा कि कोरोना महामारी को लेकर कोई भी कंपनी अपने कर्मचारी का वेतन नहीं काटेंगे और ना ही निकालेंगे, इसके फलस्वरूप लगता है कि हमारे कंपनी के प्रबंधक निदेशक महोदय भारत सरकार के नियमों का उल्लंघन कर नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं और पैसे की आवश्यकता बताने पर कहीं और से काम चलाने का बात करते हैं महोदय हमें घर चलाने के लिए पैसे की आवश्यकता है और हमारे कंपनी प्रबंधक निदेशक कहते हैं कि कहीं और से काम चलाने के लिए बताया जाए महोदय मेरा दिनचर्या कैसे चलेगा। मालूम हो की श्री कुमार द्वारा इस बात की जानकारी मीडिया कर्मियों को पहले दिया गया जब भुक्तभोगी कर्मचारी उजैन्त कुमार के साथ दिल्ली क्राईम खबर से जुड़े मदनमोहन के साथ ही मिथिला हिन्दी न्यूज बिहार सम्पादक राजेश कुमार वर्मा ने मोबाईल कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जब अप्रैल माह के वेतन भुगतान के साथ ही कम्पनी से लॉकडाउन की अवधि में हटाऐ जाने के संबंध में जानकारी मांगी गई तो कम्पनी के प्रबंध निदेशक का एकटक जबाब था उजैन्त काम पर है ही नहीं और आप पत्रकार है तो अपने घर में है । इस बात की जानकारी से आपको क्या लेना है । ताजुब्ब जताते है कि सैकड़ों कर्मचारियों के पदाधिकारी का रवैया जब एक पत्रकार के साथ ऐसा व्यवहार है तो इनके अधीनस्थ काम करने वाले कर्मचारियों के साथ इनका मनोभाव खुद व खुद प्रकट हो रहा है । श्री कुमार ने पत्रकारों से बताया कि मुख्यमंत्री महोदय त्वरित कार्यवाही करते हुऐ ई-मेल को तत्काल सरकार के सचिव श्रम विभाग को हंस्तांरित कर दिया गया है । अब देखना है कि मुझे वेतन कम्पनी देती हैं या पदच्युत करती है । मुझे न्याय कहां तक मिल सकता है। समस्तीपुर कार्यालय से राजेश कुमार वर्मा द्वारा सम्प्रेषित । Published by Rajesh kumar verma