आलोक वर्मा/ मन्नू कुमारी
कोरोना वायरस जैसे घातक बीमारी को लेकर नगर एवं ग्रामीण क्षेत्र में ईद का त्योहार सादगी पूर्वक मनाया गया । लोग कोरोना से बचने के लिए ईद की नमाज अपने -अपने घरों पर अदा किया गया तथा मुलक में अमन एवं शांति तथा कोरोना जैसे घातक बीमारी से बचने के लिए परवर दीगार से दुआ माॅगा गया । ईद के नमाज के बाद लोग टेलीफोन के जरिए अपने सगे-संबंधी एंव इष्ट-मित्र को ईद का मुबारकबाद दिया । कुल मिलाकर इस्लाम धर्म मानने वाले अपने परिवार के साथ घर पर ही ईद का आनन्द लिया । हाॅलाकि घर पर नमाज को लेकर कुछ इस्लाम धर्मालम्वियों के बीच आक्रोश भी था । अपने दुकान पर बैठे काजी मियाॅ से ईद के नमाज के बारे में पूछा गया तो उन्होंने खींज में बताया कि जब घर पर ही नमाज पढना है तो कभी भी पढ लेगें। मस्जिद में नमाज अदा करने का समय होता है । इसी तरह कई लोगों आक्रोश भी जताया ।
ईद क्यों मनाई जाति है