राज्य सरकार द्वारा बिहार में शहरीकरण को बढ़ावा देने के लिए कृतसंकल्पित है, जिसके अंतर्गत मधुबनी जिला में विभिन्न कस्बा को नगर निगम, नगर परिषद एवं नगर पंचायत कराने हेतु निम्नलिखित सुझाव पर गंभीरता पूर्वक विचार कर सरकार को अग्रसारित किया जा सकता है।मधुबनी जिला केंद्र में नगर परिषद है, जो मधुबनी जिला बनने के पूर्व से ही है। जबसे नगर परिषद बना है, उसके बाद मधुबनी शहर के इर्द-गिर्द भछि, सप्ता, मंगरौनी, चकदह, गंगासागर आदि स्थानों पर आवासीय निर्माण के कारण मधुबनी शहर में शहरिकरण का स्वरूप खड़ा हुआ है। लेकिन जल-जमाव, साफ-सफाई, स्ट्रीट लाइट जैसी मूलभूत सुविधा नही रहने के कारण जीना कष्टप्रद हो गया है। इसलिए नगर परिषद को नगर निगम में परिवर्तित किया जा सकता है।
वर्तमान परिस्थिति में सरकार के निर्देशानुसार आबादी का पचास प्रतिशत यदि कृषि से जुड़ा है, तो नगर पंचायत को नगर परिषद में परिवर्तित कर एवं कस्बा को नया नगर पंचायत बना कर शहरीकरण का बढ़ावा दिया जा सकता है।अतः वर्तमान में नगर परिषद को नगर निगम तथा नगर पंचायत को नगर परिषद में परिवर्तित किया जा सकता है।इसके साथ ही मधुबनी जिला के अन्य कस्बा जैसे मधवापुर, साहरघाट, खजौली, पंडौल, सकरी, सिमरी, मधेपुर, फुलपरास, खुटौना, लदनियां, लौकहा, राजनगर, बाबूबरही इसके अतिरिक्त सरकार के दिशा-निर्देश के तहत अन्य जो भी कस्बा है, उसे भी नगर पंचायत हेतु अनुशंसा किया जा सकता है।