अपराध के खबरें

मानव को मानवता का पाठ पढ़ाना और स्वावलंबन बनाना जरूरी- अनिल दत्त मिश्रा

अमित कुमार यादव 

मिथिला हिन्दी न्यूज :- 
स्थानीय जी एम आर डी कॉलेज, मोहनपुर, समस्तीपुर के राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वावधान में शुक्रवार को गूगल मीट एप के द्वारा आयोजित प्रथम ऑनलाइन वेब लेक्चर की अध्यक्षता प्राचार्य सह आईक्यूएसी के चेयरमैन डॉ घनश्याम राय ने करते हुए सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान हमारे महाविद्यालय के शिक्षकों ने सैकड़ों ई-कन्टेन्ट लेक्चर, वीडियो लेक्चर, व्हाट्सएप लेक्चर कॉलेज के बेवसाइटस पर अपलोड किया है। प्राचार्य ने कहा कि स्वीकृत चौदह विषयों में से तीन विषय क्रमशः भौतिकी, बॉटनी और मनोविज्ञान विषय में एक भी शिक्षक नहीं है। इसके बावजूद तीनों विषयों में सलेबस के अनुसार पर्याप्त स्टडी मेटेरियल्स अपलोड किया गया है। उन्होंने कहा कि ई-कन्टेन्ट में भी हमारा महाविद्यालय अग्रणी हैं और ऑनलाइन कार्यक्रम भी आयोजित कर रहे हैं। प्रोफेसर स्वाति राय ने कार्यक्रम का संचालन और मुख्य वक्ता का परिचय कराया। वेब लेक्चर का विषय, 'हूयमैनराइटस गांधी इन द कोन्टेस्ट ऑफ कोविड 19' पर एक घंटा से अधिक बोलते हुए मुख्य वक्ता डॉ अनिल दत्त मिश्रा ने कहा कि प्रकृति ने हमें समान अवसर दिया है। उन्नीस प्रतिशत लोगों के द्वारा एकासी प्रतिशत प्राकृतिक संपदाओं को कब्जा कर रखा हुआ है। जहां कार्ल मार्क्स ने हिंसक क्रांति के द्वारा बदलाव की बात कहीं वहीं महात्मा गांधी ने सत्य और अहिंसा के मार्ग को बताया। डॉ मिश्रा ने कहा कि कोविड19 महामारी के दौरान सबसे ज्यादा प्रवासी मजदूरों के मानवाधिकार का हनन हुआ है। उन्होंने मानवाधिकार और गांधी को कोविड 19 के परिप्रेक्ष्य में विस्तार से बतलाते हुए कहा कि नैतिक मूल्यों का पतन बहुत ज्यादा हुआ है। इसीलिए नैतिकता को आत्मसात करने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 ने हमें गांवों को अतिशीघ्र स्वावलंबन बनाने की सीख दिया है। महात्मा गांधी ने अपने संपूर्ण दर्शन में गावों में बुनियादी शिक्षा के माध्यम से स्वावलंबी बनाने की बात कही है। आजाद भारत की सरकारों ने गांधी के दशर्न को ठीक ढ़ंग से लागू नहीं किया। आज जरूरत है,गांधी के आदर्शों और विचारों को लागू किया जाए। प्रश्नोत्तरी कार्यक्रम में प्रोफेसर जगदीप, प्रोफेसर वकील कुमार, डॉ विनय कुमार, डॉ बबिता जैन, अश्विनी कृति, डॉ अनिल कुमार चौधरी, नीरज कुमार, डॉ राजेंद्र प्रसाद ने सवाल पूछे जिसका जबाब डॉ मिश्रा के द्वारा दिया गया। कार्यक्रम में बिहार, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली, आंध्रप्रदेश, उत्तरप्रदेश, झारखंड, पश्चिमबंगाल, केरल, पंजाब आदि राज्यों से सौ ज्यादा लोगों ने लगातार ढ़ाई घंटा तक चले कार्यक्रम में भाग लिया। धन्यवाद ज्ञापन उर्दू विभाग की अतिथि शिक्षक डॉ अफशॉ बानो ने किया।

Post a Comment

0 Comments
* Please Don't Spam Here. All the Comments are Reviewed by Admin.

live