समस्तीपुर/मोरवा
दीपक कुमार शर्मा
विश्वव्यापी कोरोना महामारी की बीमारी को , समझदारी में बदल डालने से यह महामारी भविष्य में गरीबों के प्रति वरदान साबित हो सकती है। उक्त बातें कहीं प्रखंड के लडुआ मुखिया प्रियंका प्रिया ने , कोरोना महामारी के दौरान पंचायती राज की भूमिका विषयक राष्ट्रीय वेबीनार को संबोधित करते हुए। ग्राम स्वराज्य सोसाइटी एवं आईबीएनआर हैदराबाद सहित कई संस्थाओं के सौजन्य से आयोजित राष्ट्रीय वेबीनार में समस्तीपुर जिला के मोरवा प्रखंड अंतर्गत लरुआ पंचायत की एकमात्र महिला मुखिया ने बिहार की ओर से प्रतिनिधित्व किया। कोरोना महामारी में पंचायती राज की भूमिका विषय पर आयोजित इस राष्ट्रीय वेबीनार को संबोधित करते हुए एकमात्र महिला मुखिया ने स्पष्ट किया कि दूसरे प्रांतों से आने वाले प्रवासी मजदूरों के निजी जीवन की विशेषताओं की पहचान कर उसी के अनुरूप अपने प्रांतों के राज्य सरकारों के द्वारा रोजगार सृजन कर प्रवासी मजदूरों के भार को दूर करते हुए एवं मानव संसाधन धन के रूप में प्रिंस करते हुए राष्ट्र का विकास एवं सामाजिक विकास किया जा सकता है। कोरोना महामारी के दौरान पंचायती राज के प्रतिनिधियों के द्वारा प्रवासी मजदूरों के लिए किए गए आइसोलेशन सेंटर में सेवाओं, आशा आंगनवाड़ी एएनएम आदि की सहायता से महिलाओं एवं छोटे बच्चों के जीवन की सुरक्षा के प्रति किए गए सराहनीय प्रयास के महिला मुखिया ने विस्तृत रूप से चर्चा की। महिला मुखिया ने बताया कि को रोना महामारी के दौरान आइसोलेशन सेंटर सांप्रदायिक सौहार्द के स्थल बन चुके हैं। जहां सभी जाति धर्म के लोग परस्पर प्रेम के साथ रह रहे हैं। पंचायती राज प्रतिनिधियों के द्वारा अपने समाज में घर-घर घूमकर सैनिटाइज किए जाने, साबुन वितरण करने, विशेष रूप से साफ सफाई , स्वच्छ एवं स्वास्थ्य वर्धक भोजन , महिलाओं एवं बच्चों की कुपोषण से दूर रखने के लिए किए गए प्रयासों की राष्ट्रीय वेविनार के द्वारा जानकारी दी गई। संपूर्ण देश के एक दर्जन से अधिक राज्यों की पंचायती राज संस्थाओं एवं विभिन्न संस्थाओं द्वारा राष्ट्रीय विभिन्न आर में समस्तीपुर जिले के मोरवा प्रखंड अंतर्गत लडुआ पंचायत की एकमात्र महिला मुखिया कुमारी प्रियंका प्रिया ने बिहार का प्रतिनिधित्व करते हुए केवल मोरवा प्रखंड ही नहीं संपूर्ण समस्तीपुर जिले का गौरव बढ़ा दिया है।