आलोक वर्मा
वारिसलीगंज (नवादा): थाना क्षेत्र के मंजौर निवासी कृष्ण कुमार उर्फ शंभू सिंह की पुत्री की सोमवार की रात में इलाज के दौरान किर्गिस्तान शहर में मौत हो गई थी। मृतक छात्रा का शव लाने के लिए परेशान परिजन को छात्रा का शव लेने में सफलता नहीं मिली और अंत में रूस में ही हिंदू रीति रवाज से मृतक मेडिकल छात्रा का अंतिम संस्कार कर दिया गया।
परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, स्थानीय सांसद चंदन सिंह ,बिहार सरकार के मंत्री और विधान पार्षद नीरज कुमार ,जहानाबाद के पूर्व सांसद डॉक्टर अरुण कुमार ,जिला पदाधिकारी यशपाल मीणा सहित कई लोगों से मृतक मेडिकल छात्रा का शव रूस से भारत लाने में सहयोग करने की गुहार लगाई गई थी। बावजूद चिंतित परिवार का गुहार नहीं सुनी गई और 15 दिन बाद रूस से मृतक मेडिकल की छात्रा का शव आने की बात कही गई। जिस पर परिजनों ने होनहार छात्रा का वही दाह संस्कार कर देने की सहमति दी। परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार हिंदू रीति रिवाज से मृतक छात्रा का दाह संस्कार किए जाने का ऑनलाइन रिकॉर्डिंग गांव वालों को दिखाई जा रही है। रूस के किर्गिस्तान शहर में मेडिकल कॉलेज द्वारा किए जा रहे दाह संस्कार के बाद बुधवार को ही गांव वालों ने पुत्री का पुतला बनाकर सांकेतिक दाह संस्कार किया गया। मेडिकल छात्रा की मौत के बाद गांव की माटी नसीब नहीं होने की जानकारी से पूरे वारिसलीगंज क्षेत्र में मौजूदा सरकारी सिस्टम के विरुद्ध आक्रोश देखा गया। तो गांव में परिजन के साथ साथ गांव के हर महिला पुरुष भावुक होकर रोने को विवश हो गए।