किशनगंज से जगन्नाथ दास की रिपोर्ट दास ।
किशनगंज जिला के अंतर्गत डेरामारी पंचायत से मुखिया पद के उम्मीदवार श्री ऐहतशाम राही ने कहा के पुरे सिमांचल में हजारों एकड़ भूमि में किसानों ने कड़ी मेहनत के बाद मक्का खेती को तैयार किया है और जब फसल तैयार हो गया तो एक ओर बारिश की वजह से मक्का की खेती बर्बाद हुई है तो दूसरी ओर जो कुछ भी बचा हुआ है उस पर उचित मूल्य न मिलने की वजह से किसान बहुत ज्यादा चिंतित हैं।
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि इस वक्त मक्का की खेती पुरे सिमांचल में जीने का स्रोत है मक्का खेती ही एकमात्र ऐसी खेती है जिस पर किसानों की जीवन निर्भर करती है मक्का खेती पर ही पुरे वर्ष आशाऐं रहती है जैसे किसी की बेटी की शादी, किसी का कर्जा, किसी को घर बनाना होता है इत्यादि।
ऐसी स्थिति में सरकार एक दर्शक बनी हुई है और हमारी अंधी बहरी सरकार अपनी डिजिटल चुनावी रेलियों में व्यस्त है लेकिन किसानों की समस्याओं को हल करने की बात कभी भुले से भी नहीं करती।
इस लिए मैं जिला प्रशासन और बिहार सरकार से अपील करता हुँ के किसानों को मक्का का उचित मूल्य मिले और कम से कम २ हजार प्रति क्विंटल की खरीदारी करे अन्यथा एक जन आंदोलन होगा।
किसानों के मांग को लेकर आँल मुस्लिम वेल्फेयर सोसाइटी इंडिया के अध्यक्ष और अली ऐजुकेशनल व वेल्फेयर ट्रस्ट के सेक्रेटरी जनाब दानिश अनवर से भी बात हुई उन्होंने उम्मीद जताई के किसानों के मांग को केंद्र सरकार के समक्ष भी रखा जाएगा और एक उचित मूल्य भी दिलाया जाएगा।