आलोक वर्मा / रूहानी नवादा
मृत महिला के बच्चों ने रजौली थाने में घूस नहीं देने पर केश नहीं लेने का लगाया आरोप
बच्चों ने कहा कि थाने में दिये आवेदन को पुलिस ने दिया था फाड़
नवादा : जिले के रजौली थाना क्षेत्र के के टकुआटांड़ निवासी न्यू बाइपास के समीप निवासी स्व. सरयु चौधरी की पत्नी विमला देवी की मौत गुरूवार की शाम पुरानी अदावत में पिटाई के बाद हो गई।
मृत्तका के पुत्र मनोहर चौधरी संजू कुमारी ने कहा कि शाम को तौसिब खान व उसका बेटा वकील मियां तथा बासुदेव चौधरी व उसका बेटा जितेंद्र चौधरी के साथ सहयोगी अंडा बेचने वाली छोटी कुमारी ने मारपीट किया। जिसमें घायल महिला को बेहोशी की हालत में अनुमंडलीय अस्पताल लाया गया। जहां चिकित्सक दिलीप कुमार ने महिला को मृत घोषित कर दिया।बेटी संजू कुमारी ने बताया कि उक्त आरोपी लोग गत रविवार को भी मारपीट किए थे।उस दिन भी घायल अवस्था में ग्रामीणों की सहायता से रजौली अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया कराया गया था। जहां से चिकित्सकों ने महिला की स्थिति को देखते हुए सदर अस्पताल नवादा रेफर कर दिया था।घटना के बाद पुत्री के द्वारा रजौली थाने में लिखित आवेदन देकर उक्त लोगों के ऊपर कार्रवाई करने का अनुरोध करने की थी। तो थाने में मौजूद पदाधिकारी ने केस करने के एवज में पैसे की मांग की जब पैसे देने में युवती ने असमर्थ बताया तो आवेदन को फाड़ कर वहां से भगा दिया। मृतिका के पुत्र जब दुबारा थाना पहुंचा तो वहां रहे पदाधिकारी ने आवेदन लिखकर लाने की बात कहा गया।जब पुनः वह आवेदन लेकर जब गया तो 50 हजार रूपये केस करने के एवज में मांगा गया। जब युवक पैसा नहीं देने की बात कहा तो उसे भी वहां से भगा दिया गया। मृतक के परिजनों का कहना है कि अगर उस दिन रजौली थाने में केस ले लिया जाता और आरोपियों के ऊपर उचित कार्रवाई की जाती तो शायद मृतका की जान बच सकती थी।क्योंकि केस नहीं लिए जाने के कारण उक्त लोगों का मनोबल इतना बढ़ गया था कि दुबारा वे लोग रविवार की भांति गुरुवार की शाम मारपीट करने लगे। जिससे महिला बुरी तरह से चोटिल हो गई और बेहोश होकर जमीन पर गिर गई थी।जिसे ग्रामीणों के द्वारा अनुमंडलीय अस्पताल में इलाज को लेकर भर्ती कराया। जहां चिकित्सक दिलीप कुमार ने महिला की मौत हो जाने की पुष्टि की। घटना के बाद चिकित्सक ने रजौली थाने को सूचना दिया सूचना के बाद पहुंचे थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर सुजय बिद्यार्थी के साथ एएसआई काशीनाथ झा एवं मुनीलाल पासवान जांच करने में जुटे हुए हैं।फिलहाल किसी प्रकार का आवेदन नहीं देने के कारण प्राथमिकी दर्ज नहीं की जा सकी है।