गोविंदपुर, नवादा-: गोविंदपुर प्रखंड के भवनपुर के मध्य विद्यालय के प्रांगण में खुले आसमान के नीचे अवैध तरीके से कोचिंग का संचालन किया जा रहा है बच्चों को पढ़ाते समय एक दूसरे से सोशल डिस्टेंस नहीं बनाया गया, जिससे कोरोना से कई बच्चे संक्रमित हो सकते हैं। देश में कोरोना की महामारी है। सरकार द्वारा पठन पाठन संस्थान को पूर्ण रुप से बंद रखने का आदेश जारी किया गया है, ताकि इस घातक बीमारी से कोई भी बच्चे या व्यक्ति संक्रमित ना हो लेकिन भवनपुर में अवैध तरीके से कोचिंग का संचालन कर कोचिंग संचालक सुरेश प्रसाद यादव के द्वारा कानून की खुलेआम धज्जियां उड़ाई जा रही है। जबकि लॉकडाउन के तहत पूरे देश में पठन पाठन विद्यालय गैर विद्यालय कोचिंग संस्थान को पूर्ण रुप से बंद रखने का आदेश दिया गया।ऐसे में किसी प्रखंड या शहरी क्षेत्र में विद्यालय व कोचिंग संस्थान संचालन किया जाता है तो पदाधिकारियों द्वारा उचित करवाई किया जाएगा। बताया गया है कि गोविंदपुर प्रखंड के भवनपुर के मध्य विद्यालय के प्रांगण में अवैध तरीके से कोचिंग संचालन किया जा रहा था।अबैध कोचिंग संचालन कोचिंग के संचालक सुरेश प्रसाद यादव के द्वारा कई दिनों से कोचिंग का संचालित किया जा रहा था कई लोगों के द्वारा मना करने के बावजूद भी दबंगता पूर्वक कोचिंग का संचालन कर रहा था। ग्रामीणों द्वारा कोचिंग संचालित के बारे में गोविंदपुर प्रखंड के एक दैनिक पत्रकार को सूचना दिया गया सूचना पाकर पत्रकार फोटो खींचने के लिए पहुंचा तो उसके साथ शिक्षक और छात्रों ने हाथापाई कर मोबाइल छीन लिया। काफी मकसद के बाद भवनपुर पंचायत के सरपंच त्रिवेणी सिंह मुखिया संतोष कुमार उर्फ रामविलास राम ने पहुंच कर पत्रकार की जान को बचाया और मोबाइल को वापस दिलाया। अवैध कोचिंग संचालन कि सुचना बीडीओ कुंज बिहारी सिंह को दिया गया। वहीं बीडियो कुंज बिहारी सिंह ने बताया कि लॉकडाउन के तहत विद्यालय व कोचिंग संस्थान को बंद रखना है ऐसे में कोई भी कोचिंग संचालित करता है तो संचालक पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस संबंध में गोविंदपुर के सभी पत्रकार ने बैठक कर पत्रकार के साथ हुए दुर्व्यवहार को लेकर भर्त्सना किया और गोविंदपुर थाना प्रभारी के पास शिकायत करते हुए गुहार लगाया वहीं थाना प्रभारी ने पत्रकारों को आश्वासन देते हुए कहा कि दोषियों और कानून का उल्लंघन करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। हर हाल में कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
बता दे जिला में कई पत्रकार के साथ इस तरह की घटना घट चुकी है लेकिन छोटे पदाधिकारियों के साथ-साथ बड़े पदाधिकारियों भी चुप्पी साधे हुए हैं। जिसके कारण आये दिन पत्रकारों के साथ इस तरह कि घटना घटते रहते है।