मामला मरिचा पंचायत के वनडीह तालाब का !
सरकारी राशि के दुरुपयोग का आरोप !
वीडिओ के आदेश के बाद भी हो रही धांधली !
ग्रामीणों ने प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री से लगाई गुहार!
मोरवा/समस्तीपुर
मोरवा प्रखंड क्षेत्र में गरीब मजदूरों के लिए चलाई गई मनरेगा योजना के द्वारा व्यापक रूप से धांधली करते हुए सरकारी राशि का दुरुपयोग किए जाने की शिकायत की गई है। प्रखंड के मरिचा पंचायत के ग्रामीणों ने इसी पंचायत के वनडीह तालाब के मनरेगा योजना द्वारा जीर्णोद्धार के तहत धांधली किए जाने की शिकायत मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री से की है। ग्रामीणों द्वारा प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, जिला उप विकास आयुक्त, जिलाधिकारी एवं प्रखंड विकास पदाधिकारी को भेजे गए शिकायती आवेदन के अनुसार मरिचा पंचायत के राम जानकी निजी ठाकुरवाड़ी के वनडीह तालाब का वर्षों पूर्व जेपी सरैसा सेवा आश्रम के सौजन्य से जर्मनी की एक संस्था ई जे ई जर्मनी के द्वारा एक लाख पंचानवे हजार रुपए से अधिक की राशि से इसका जीर्णोद्धार कराया गया। चारों ओर पेड़ लगाकर पर्यावरण संरक्षण के लिए इसका सौंदर्यीकरण कराया गया। जल आगमन के लिए कई नाली और नहर बनाये गये। इसकी सारी देखरेख आश्रम के द्वारा किया जा रहे था। कुछ दिनों बाद पूर्व मुखिया के द्वारा भी इसी तालाब का फिर से जीर्णोद्धार कर और भी सुंदर बना दिया गया। इसके बावजूद फिर से इस तालाब के किनारे लगे पेड़ों को उपद्रवियों द्वारा काटना शुरू कर दिया गया।फिर से लाखों की राशि से इसी तालाब का जीर्णोद्धार शुरू कर सरकारी राशि का व्यापक रूप से दुरुपयोग शुरू कर दिया गया है। ग्रामीणों द्वारा बीडीओ से इसकी शिकायत करते हुए अति शीघ्र जांचोपरांत कार्रवाई की मांग की गई।शिकायत मिलने के बाद बीडीओ शिवशंकर राय ने पंचायत सचिव को अविलंब जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। इसके बावजूद इस तालाब का फिर से मनरेगा योजना के तहत लाखों की राशि का दुरुपयोग करते हुए जीर्णोद्धार कार्य शुरू कर दिया गया है। फलस्वरूप विवश होकर ग्रामीणों द्वारा मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री से सरकारी राशि का व्यापक रूप से हो रहे दुरुपयोग पर प्रतिबंध लगाते हुए अविलंब कार्रवाई करने की मांग की गई है। प्रखंड मनरेगा पदाधिकारी राजेश कुमार के अनुसार पूर्व में किए गए जीर्णोद्धार कार्य के पुराने हो जाने एवं फिर से तालाब का सौंदर्यीकरण किए जाने से ठाकुरबारी एवं ग्रामीणों के लिए उपयोगी होने के कारण जीर्णोद्धार कार्य शुरू करना बताया गया है। इससे आक्रोशित होकर ग्रामीणों द्वारा जिलाधिकारी, जिला उप विकास आयुक्त, मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री से न्याय दिलाने की गुहार लगाई गई है।
Published by Amit kumar