अमन पसंद लोगों एवं सामाजिक कार्यकर्ताओं पर पुलिसिया जुर्म चरम पर है। इसके जुर्म का शिकार सामाजिक कार्यकर्ता हो रहे हैं। हम पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने छतौना में ठाकुर संतोष शर्मा के परिजनों से मुलाकात करके ठाकूर संतोष शर्मा के भाई धिरज कुमार से बातचीत कर पूरी मामला का जानकारी लिया धीरज ने बताया मेरे बड़े भाई सोशल मीडिया पर कार्य एवं सामाजिक न्याय की आवाज हमेशा उठाते थे। बेगूसराय एसपी ने मेरे भाई को निशाने पर लिया था। संतोष शर्मा मेरे भाई ए.टी.एम से रुपया निकाल कर आ रहा थे, उसी क्रम में थाना के ड्राइवर लक्ष्मन ने पुलिस को पहचान करवाकर गिरफ्तार करवया , थाना के पिछे जंगलों में पुलिस के द्वारा बेरहमी से पिटाई के बाद इलाज के क्रम में इसकी मौत हो गयी।जब पोस्टमार्टम की बात पूछी गयी तो पुलिस पे आरोप लगाते हुए परिजन ने कहा कि पुलिस दबाब के कारण पोस्टमार्टम नहीं करवाया गया।
वही एआईएसएफ के अध्यक्ष अमित कुमार ने कहा कि हमे हर हमेशा पुलिस टार्गेट करती हैं, हम जब भी परिजनों से मिलने आते हैं तो पुलिस तंग करती है, अमित कुमार ने कहा कि कई बार पप्पू महतो ने हमे बचाए हैं, वही सरपंच सुधीर सिंह, और पंचायत समिति अजीत सिंह पर भी इल्ज़ाम लगाया गया,
ये सब बात सुनकर परिजनों को सांत्वना दिया वही पूर्व मुख्यमंत्री ने सब मामला को स्वयं डायरी में नोट करवाया परिजनों को आस्वासन दिया कि दोषी पुलिस कर्मियो को सज़ा जरुर मिलेंगी। मौके पर हम पार्टी के जिला अध्यक्ष पार्टी कार्यकर्ता मौजूद थे
Published by Amit Kumar