मिथिला हिन्दी न्यूज नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने भारत-चीन सीमा (India-China Border) पर हालात को लेकर चर्चा करने के लिए आज सर्वदलीय (All Party Meeting) डिजिटल बैठक बुलाई है. यह बैठक ऐसे समय में बुलाई गई है, जब विपक्षी दल लद्दाख की गलवान घाटी (Galwan Valley) में भारतीय एवं चीनी बलों के बीच हिंसक झड़प की विस्तृत जानकारी मांग रहे हैं. इस झड़प में 20 भारतीय जवान शहीद हो गए हैं.
प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में होने वाली बैठक में ये नेता शामिल हो सकते हैं:
- जेपी नड्डा (भाजपा)
- सोनिया गांधी (कांग्रेस)- ममता बनर्जी (तृणमूल कांग्रेस)
- उद्धव ठाकरे (शिवसेना)
- एमके स्टालिन (DMK)
- एडप्पादी के पलानीस्वामी और ओ पन्नीरसेल्वम (AIADMK)
- एन चंद्रबाबू नायडू (TDP)
- जगन मोहन रेड्डी (वाईएसआर कांग्रेस)
- शरद पवार (राकांपा)
- नीतीश कुमार (JD-U)
- अखिलेश यादव (समाजवादी पार्टी)
- डी राजा (सीपीआई)
- सीताराम येचुरी (CPM)
- नवीन पटनायक (BJD)
- के चंद्रशेखर राव (TRS)
- सुखबीर बादल (अकाली दल)
- चिराग पासवान (लोक जनशक्ति पार्टी)
- हेमंत सोरेन (झारखंड मुक्ति मोर्चा)
राहुल गांधी ने सरकार पर साधा निशाना
इस अहम बैठक से पहले गुरुवार को राहुल गांधी के सैनिकों को निहत्था भेजने के दावे पर भाजपा और कांग्रेस के बीच युद्ध छिड़ गया.
इससे पहले राहुल गांधी ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए पूछा था कि वह "क्यों छिपा रहे हैं."
भाजपा ने किया पलटवार
इस पर भाजपा ने पलटवार कर कहा कि राहुल गांधी ने अपने विभिन्न ट्वीट के जरिये प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला करके ''अपरिपक्व और गैरजिम्मेदाराना व्यवहार'' किया है, जबकि प्रधानमंत्री ने चीन के साथ सीमा विवाद पर शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है.
उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेता यह दिखाना चाहते हैं कि सैनिकों को मरने के लिए निहत्था छोड़ दिया गया था. बता दें लद्दाख में हुई इस हिंसक झड़प के बाद से ही तमाम विपक्षी पार्टियां सरकार से सही स्थिति स्पष्ट करने के लिए दबाव बना रही थीं.
शीर्ष नेताओं ने सरकार से मांगा जवाब
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने लद्दाख में शहीद हुए 20 सैन्यकर्मियों को नमन करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सामने आएं और मौजूदा स्थिति के बारे में सच एवं तथ्यों के आधार पर देश को भरोसे में लें. सोनिया ने कहा, ''हम विश्वास दिलाते हैं कि संकट की इस घड़ी में कांग्रेस देश की सेना, सैनिकों, सैनिकों के परिवारों और सरकार के साथ खड़ी है. मुझे उम्मीद है कि पूरा देश एकजुट होकर इस संकट का मुकाबला करेगा.''
वहीं राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी कहा था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सामने आएं और जवाब दें. पूरा देश उनके साथ खड़ा है.
सीताराम येचुरी ने भी ट्वीट किया था , ''सरकार को एक आधिकारिक बयान देकर बताना चाहिए कि असल में क्या हुआ . ''
ममता बनर्जी ने किया फैसले का स्वागत
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लद्दाख में भारत-चीन सीमा की स्थिति पर चर्चा करने के लिए 19 जून को सर्वदलीय बैठक बुलाने के केंद्र के फैसले का स्वागत किया और कहा कि उनकी पार्टी संकट की इस घड़ी में देश के साथ खड़ी है.
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने केंद्र सरकार से कहा है कि वह चीन को सामरिक जवाब के साथ-साथ आर्थिक चोट भी दे.