बलरामपुर /कटिहार:- विश्व पर्यावरण दिवस पर राजवंशी कल्याण परिषद द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया। पृथ्वी को बचाने के लिए सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे तभी यह धरती बच सकेगी। कोरोना जैसी महामारी ने हमें एक मौका दिया है कि हम आप पर्यावरण के प्रति सचेत हो तथा उसके महत्व को समझें राजवंशी कल्याण परिषद के मीडिया प्रभारी जगन्नाथ दास ने बताया कि पहली बार 1973 ईस्वी में आज के दिन अर्थात 5 जून को विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया था, इसके बाद इसे हर साल मनाया जाने लगा ।उन्होंने आगे बताया कि पर्यावरण में प्रदूषण की समस्या पर 1972 ईस्वी में में स्वीडन में विश्व के तमाम देशों की पहला पर्यावरण सम्मेलन आयोजित किया गया था ।इस में निर्णय लिया गया कि प्रतिवर्ष 5 जून पर्यावरण दिवस आयोजित कर विश्व के लोगों पर्यावरण के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना ,मनुष्य भी तो पर्यावरण और पृथ्वी का हिस्सा ही है। प्राकृतिक के बिना मनुष्य का जीवन संभव नहीं है बीते कई सालों में से हम देखते ,सुनते , पढ़ते आ रहे हैं कि विश्व में पर्यावरण प्रदूषण की समस्या विकराल होती जा रही है। इंसान ने अपनी सुविधायो के लिए संसाधनों का निर्माण किया जिससे पर्यावरण पर बुरा असर हुआ इस बुरे असर होने वाली समस्या को निपटाने के लिए विश्व पर्यावरण दिवस मनाने की वजह लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना ताकि हमें पर्यावरण को संरक्षित रहे हम सबको मिलकर पर्यावरण संरक्षण की शपथ लेने की जरूरत है। इस मौके पर रोहित कुमार सिंह ,राजेश शर्मा, कमलेश दास, परिमल दास, विनोद कुमार कुशवाहा, आशीष कुमार दीपांकर उपस्थित थे।