अकबरपुर प्रखंड मुख्यालय प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गेट के पास की झोपड़ी में अज्ञात युवक बगैर भोजन किये दस दिनों से यूं ही पङा है । ऐसी भी बात नहीं है कि कोई खिलाना नहीं चाहता । अस्पताल कर्मी समेत दवा बिक्रेता विक्रम कुमार भोजन कराने का हर संभव प्रयास किया लेकिन वह कुछ खाता नहीं । कैंपस के अंदर चापाकल पर पानी पीकर अपना जीवन व्यतीत कर रहा है।
ऐसी बात नहीं कि वह बोलता नहीं । बोलता है लेकिन उसकी भाषा कोई समझता नहीं । दिन-रात एक ही स्थान पर रहकर अपना समय व्यतीत कर रहा है ।
वह कहां से और कैसे यहां आया किसी को पता नहीं है । देखने में सभ्य युवक की पहचान नहीं होने से इसके परिजनों तक सूचना कैसे पहुंचे यह सोचकर आसपास के लोग परेशान हैं । सर्वाधिक परेशानी उसके भोजन नहीं करने से है। ऐसे में वह कितना दिन तक जिंदा रह पाएगा? अगर कुछ हुआ तो जिम्मेवार कौन होगा? यह सोचकर आसपास के हर कोई परेशान है ।
रामनरेश दास अकबरपुर ।