मिथिला हिन्दी न्यूज :- किसी के बाप की बपौटी नहीं फिल्म इदस्ट्रिज और राजनीति पार्टी उक्त बातेंं पंडित पंकज झा शास्त्री ने कहा। कई लोग उस क्षेत्र का लायक न होने के बावजूद सायद अपनी बाप की बपौटी समझकर जबरदस्ती अतिक्रमण कर लेता है। यही कारण है की नए होनहार प्रतिभावान नेता अभिनेता को जमने नहीं दिया जाता। हमे ऐसा लगता है कि नए नेता अभिनेता के गुण को दबाया जाता है। विरासत में फिल्म इंडस्ट्री और राजनीति दल के प्रमुख अपने बंसज को जबरदस्ती वह क्षेत्र या उस क्षेत्र को से दिया जाता है।अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत अनुमानतः इसी कारण मानसिक अवसाद से घिरा होगा जिस कारण उन्हें आत्म हत्या जैसी कदम उठाना पड़ा।
पंकज झा शास्त्री ने बताया कि आज पूरा देश उनके इस कदम से दुखी है। उपरोक्त फिलहाल जांच का विषय है।
सुशांत सिंह राजपूत की घटना पूरे फिल्म इंडस्ट्री से सवाल पूछ रहा है कि आखिर ऐसा कोन सा कारण है जो सुशांत सिंह राजपूत जैसे होनहार कलाकार को आत्महत्या का कदम उठाना पड़ा?
पूछता है पूरा हिंदुस्तान, जबाव तो देना ही होगा।