मिथिला हिन्दी न्यूज :- आज 5 जून को लगने वाला चंद्र ग्रहण उपछाया ग्रहण होगा. भारत में चंद्र ग्रहण दिखाई देगा लेकिन इस दौरान सूतक के नियम नहीं माने जाएंगे. ये चंद्र ग्रहण ज्येष्ठ पूर्णिमा के दिन लग रहा है. 5 जून को लगने वाला उपछाया चंद्र ग्रहण रात में 11 बजकर 15 मिनट से शुरू होगा और रात में 2 बजकर 34 मिनट पर खत्म होगा. ग्रहण काल के दौरान चंद्रमा वृश्चिक राशि में होंगे.
ग्रहण लगने से नौ घंटे पहले सूतक का समय आरंभ हो जाता है। सूतक वह समय होता है जब ग्रहण का प्रभाव धरती पर रहने वाले प्राणियों अथवा खाद्य पदार्थों पर पड़ना शुरू हो जाता है। सूतक लगते ही शुभ कार्यों को वर्जित माना जाता है। चन्द्र ग्रहण में सबसे ज्यादा ग्रहण का असर पानी पर पड़ता है। हमारे घरों में रखा पानी ग्रहण में दूषित हो जाता है। इसके अतिरिक्त ग्रहण के सूतक समय की अवधि में भोजन नहीं करना चाहिए। ग्रहण समय में अन्न आदि का सेवन, देवमूर्ति का स्पर्श, मल मूत्र का त्याग भी नहीं करना चाहिए।
गर्भवती महिलाएं रखें खास ध्यान: चन्द्र ग्रहण में सूतक काल में गर्भवती महिलाओं को विशेष ध्यान रखना चाहिए। उन्हें ग्रहण की पूरी अवधि में घर के अंदर ही रहना चाहिए, ताकि उन पर ग्रहण की छाया ना पड़े।