नई दिल्ली: जल्द ही आपको 10 की जगह 11 अंकों का मोबाइल नंबर मिला करेगा. इसकी तैयारी शुरू हो गई है. दूरसंचार नियामक ट्राई ने देश में मोबाइल फोन नंबर को वर्तमान में 10 की जगह 11 अंक का किए जाने के बारे में लोगों के सुझाव आमंत्रित किए हैं.
बढ़ती आबादी के साथ दूरसंचार कनेक्शन की मांग से निपटने की जरूरतों को देखते हुए यह विकल्प अपनाए जाने का सुझाव है. भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने इस बारे में एक परिचर्चा पत्र जारी किया है. इसका शीर्षक है 'एकीकृत अंक योजना का विकास.'ट्राई में अपने प्रस्ताव में कहा कि मोबाइल नंबर के पहला अंक अगर 9 रखा जाए तो 10 से 11 अंकों के मोबाइल नंबर पर स्विच होने से देश में कुल 10 बिलियन (1000 करोड़) नंबर्स की क्षमता हो जाएगी। ट्राई ने आगे कहा कि 70 प्रतिशत यूटिलाइजेशन और मौजूदा पॉलिसी के साथ 700 करोड़ कनेक्शन होने तक के लिए काफी है।इसके अलावा ट्राई ने फिक्स्ड लाइन से कॉल करते वक्त मोबाइल नंबर के आगे '0' लगाने का भी सुझाव पेश किया है। अभी की बात करें तो फिक्स्ड लाइन कनेक्शन से इंटर-सर्विस एरिया मोबाइल कॉल्स के लिए नंबर की शुरुआत में '0' लगाने की जरूरत पड़ती है। हालांकि, मोबाइल नंबर्स को लैंडलाइन से बिना शुरुआत में जीरो लगाए भी ऐक्सेस किया जा सकता है। ट्राई ने कहा कि फिक्स्ड नेटवर्क से मोबाइस पर कॉल करने के लिए जीरो लगाना अनिवार्य होने पर लेवेल 2, 3, 4 और 6 में सभी फ्री सब-लेवल्स को मोबाइल नंबर के तौर पर इस्तेमाल किया जा सकेगा।