समस्तीपुर/मोरवा:-
राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर से भी बहुत अधिक लोकप्रिय थे महान लोकनायक और लोक गायक नाट्य कर्मी स्वर्गीय भिखारी ठाकुर। उक्त बातें कहीं महान रंग कर्मी, नाट्य निर्देशक ,, महान लोक गायक एवं विदेशिया के प्रवर्तक स्वर्गीय भिखारी ठाकुर के पुण्यतिथि समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय नाई संघ के अध्यक्ष अरुण कुमार ठाकुर निराला ने। श्री ठाकुर ने समारोह को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि जब अंग्रेजों ने राष्ट्रकवि दिनकर को अंग्रेजों की फौज में शामिल करने के लिए गीत लिखने को कहा तो दिनकर जी का गीत बेअसर हो गया। आम जनों पर उसका कोई भी प्रभाव नहीं पड़ा।लेकिन जब स्वर्गीय भिखारी ठाकुर से अन्ना बिना किया गया तब पटना के गांधी मैदान में स्वर्गीय ठाकुर के द्वारा विदेशिया नाटक के द्वारा जब लोगों को फौज में बहाल होने का आह्वान किया गया तो, लाखों जवान फौज में भर्ती होने के लिए कतार बद्ध हो उठे। अरुण ठाकुर निराला ने स्वर्गीय भिखारी ठाकुर की देशभक्ति की विस्तार से चर्चा करते हुए स्वर्गीय भिखारी ठाकुर के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया। इसके पूर्व महान लोक नायक एवं लोक गायक स्वर्गीय भिखारी ठाकुर के तैल चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद पुष्पांजलि अर्पित करते हुए दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई । पुण्यतिथि समारोह को पूर्व मुखिया देवेन्द्र ठाकुर , पवन कुमार ठाकुर, रामश्रेष्ठ ठाकुर, मनोज ठाकुर राजेंद्र ठाकुर, पंकज ठाकुर आदि ने संबोधित किया।
Published by Amit Kumar