मिथिला हिन्दी न्यूज :- जी हां, उपरोक्त शब्द आपको जरूर डरा देने वाला लगता होगा परंतु वास्तविकता से भी पीछे हटना उचित नहीं। बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था पूरी तरह चरमराई हुई है।
सरकार इस विषय पर पूरी तरह से विफल है।
लोग काफी परेशान है। इस तरह से सरकार द्वारा अनदेखी करना , चिंता का विषय है।
सिर्फ लॉक डाउन कर देने से कोरोना पर नियंत्रण पाना संभव नहीं। लोगो के पास बेरोजगारी के साथ और भी कई प्रकार से समस्या उत्तपन्न हो रही है।
लोगो का स्वास्थ जांच ठीक से न होने की भी चर्चा है। साथ ही अस्पताल के तरफ से भी मरीजों का ठीक से देखभाल नहीं किया जा रहा और अनदेखी करने की चर्चा है।
ऐसे में लगता है कि मरीजों को जल्द मरने के लिए छोड़ दिया जाता है। अब सवाल यह है कि गरीब लोग अपना स्वास्थ जांच कराने जाए कहां या अस्पताल की लापरवाही के कारण भरोसा किस पर किया जाय? कोरोना महामारी का महा विस्फोट बिहार में हो चुका है, जिसका कहर जारी है। सरकार की डगमगाती रवैया से लगता है कि लोग अब जल्द मरने के लिए रहे तैयार।
जो खुद को संभाल लिया वही बच पाएगा।