◆ बाढ़ के पानी ने कई घरों को उजार फेंका, लोग उच्चे स्थानों पर रहने को विवश
सारण। तरैया प्रखंड के लगभग सभी पंचायतों को बाढ़ के पानी ने अपने आगोश में ले लिया है। बाढ़ की भयावह स्थिति को देखते हुए लोग काफी डरे सहमे हुए हैं। पानी की तेज रफ्तार को देखकर लोगों के होश उड़ जा रहे हैं। पानी काफी तेजी गति से आगे की तरफ बढ़ती हुई जा रही है। पानी की तेज रफ्तार ने कइयों के आशियाने उजाड़ दिए हैं। तो कितने लोगों के घरों में रखें आनाज, बर्तन, समेत जरूरी आवश्यक समान को बहा कर ले गया हैं। कई जगहों पर कटाव के कारण सड़कें टूट चुकी हैं। जिस कारण कई गांवों का प्रखंड व जिला मुख्यालय से सम्पर्क टूट चुका है। अब तक इस तबाही से भारी क्षति हुई हैं। प्रखंड के पोखरेड़ा, चैनपुर, तरैया, पचभिण्डा, भगवतपुर, डुमरी, माधोपुर, चंचलिया, पचरौर, भटगाई, नारायणपुर, के लगभग सभी गांव बाढ़ से प्रभावित हो चुके हैं। प्रखंड के सैकड़ो एकड़ में लगें धान व मक्के की फसल बाढ़ की पानी से बर्बाद हो चुके हैं। लोग फसलों को लेकर भी काफी चिंतित हैं। फिलहाल उसी गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश नही किया हैं, जो उच्चे स्थान पर हैं, तथा चारों तरफ से नहर व सड़कों से घिरे हुए हैं। इस बाढ़ की भवायह स्थिति को देखते हुए लोग अपने घरों से जरूरी सामान लेकर उच्चे स्थानों पर पलायन करने को विवश हैं। अत्यधिक दिक्कतें मवेशियों के चारे को लेकर हैं। मवेशियों के चारे के लिए लोग इधर- उधर भटक रहें हैं। वही स्थानीय प्रशासन द्वारा बाढ़ प्रभावित पंचायतों में उच्चे स्थानों पर राहत शिविर चलाया जा रहा हैं। लेकिन कई ऐसे भी पंचायत हैं जो पूरी तरह जलमग्न हैं। वहां राहत शिविर चलाने के लिए कोई जगह नही बचा है। जनप्रतिनिधि व प्रशासनिक अधिकारी शिविर के लिए जगह का चयन कर रहे हैं।