मिथिला हिन्दी न्यूज :-शाहपुर पटोरी : जी एम आर डी कॉलेज, मोहनपुर के छात्रसंघ के अध्यक्ष छत्रधारी कुमार, कोषाध्यक्ष छोटू कुमार, विश्वविद्यालय प्रतिनिधि साजन कुमार सिंह के नेतृत्व में एक शिष्टमंडल गुरुवार को प्रधानाचार्य डॉ घनश्याम राय से मिला और महाविद्यालय में शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की कम उपस्थिति पर नाराजगी प्रगट करते हुए कार्रवाई करने की मांग की। प्रधानाचार्य ने बताया कि तीस जून को नोटिस द्वारा सभी शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों को एक जुलाई को महाविद्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था। मात्र एक शिक्षक और चार शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित हुए। दो जुलाई को एक शिक्षक और तीन शिक्षकेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे। शिक्षक एवं शिक्षकेतर कर्मचारियों के लिए लाॅकडाउन का मतलब घर पर रहकर बल्ले-बल्ले है। इंटरमीडिएट ग्यारहवीं का डमी रजिस्ट्रेशन कार्ड छात्र/छात्राओं को स्वयं निकालकर गलती होने पर महाविद्यालय काउंटर पर जमा करना है । प्रधानाचार्य ने बताया कि उपस्थिति-पत्र के साथ आवेदन ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के कुलसचिव को अग्रसारित करते हुए इन परिस्थितियों में कैसे काम की जाए के दिशा-निर्देश की मांग की है । आखिर इंटरमीडिएट के डमी रजिस्ट्रेशन कार्ड को कौन चेक करेगा? बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (उच्चतर माध्यमिक),पटना को भी लाॅकडाउन-2 में अपनी गतिविधियों को बंद रखनी चाहिए । प्रधानाचार्य और दो तीन स्टाफ कार्य करें तो कोरोना नहीं पकड़ेगा? बाकी को पकड़लेगा?
विदित हो,महाविद्यालय में प्रधानाचार्य सहित सात शिक्षक एवं चौदह शिक्षकेतर कर्मचारी कार्यरत हैं । अध्यक्ष ने कहा कि छात्रसंघ के द्वारा कुलाधिपति, कुलपति, कुलसचिव को आवेदन देकर नो वर्क नो पे की मांग की जाएगी। कहा कि कॉलेज में नहीं आने के मुद्दे पर शिक्षकों और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों में मजबूत गठबंधन देखी जा रही है। विश्वविद्यालय को शीघ्र संज्ञान लेने की जरूरत है।