बेगूसराय : शराबबंदी कानून के लागू हुए बिहार में कई साल बीत जाने के बाद भी चोरी छिपे अवैध तरीके से शराब कारोबारी अपना धंधा चमका रहे हैं। पुलिस के द्वारा कारवाई भी की जाती है लेकिन वह अब तक नाकाफी साबित हुए हैं, साल दर साल अवैध तरीके से शराब का भंडारण और बिक्री में गजब उछाल देखा गया है।सूबे में कई जगह तो कभी कभी पुलिस और शराब माफिया के साठ गांठ भी नजर आ जाते हैं। लेकिन बिहार सरकार अपने ही लिए गए निर्णय पर विवश है। सरकार ने शराब बंदी के कराई से पालन को लेकर मुंगेरीलाल के हसीन सपने दिखाए थे वो एक एक करके चूर हो गए।नगर थानाध्यक्ष बेगूसराय पर बिहार सरकार की नीति के बेवशी और मेहरबानी की बात MLC ने सदन में उठाई है। दैनिक अखबार में छपी एक खबर के मुताबिक नगर थानाध्यक्ष की थानेदारी को लेकर सरकार से सवाल किया है। ऐसे में नगर थानाध्यक्ष अमरेन्द्र कुमार झा की मुश्किलें बढ़ सकती हैं। विधान पार्षद ने तारांकित प्रश्न के दौरान गंभीर आरोप लगाते हुए सवाल किया कि संबंधित थाना क्षेत्र में अवैध शराब की बिक्री, भंडारण या परिवहन गतिविधि मामले में दोषी पाए जाने के बाद तत्कालीन था।