मिथिला हिन्दी न्यूज :-राजद के नवनिर्वाचित विधान पार्षद सुनील कुमार सिंह का कहना है कि आसन्न बिहार विधानसभा चुनाव में राजद गठबंधन की ही सरकार बनेगी तेजस्वी प्रसाद यादव में अपार संभावनाएं युवा है जागरूक है समाज के सभी तबकों को साथ लेकर चलने की क्षमता है. जमीनी हकीकत को समझते हैं बिहार की समस्याओं के प्रति गंभीर है जो लोग तेजस्वी को हल्के में ले रहे हैं उन्हें चुनाव परिणाम के बाद समझ आएगा. तेजस्वी यादव के नेतृत्व में अगड़ा, पिछड़ा दलित अल्पसंख्यक सभी वर्गों के लोग एकजुट हैं. एक विशेष बातचीत में सुनील कुमार सिंह ने कहा कि वे सहकारिता आंदोलन से जुड़े रहेंगे नेफेड व बिस्कोमान जैसी सहकारी समितियों के माध्यम से देश और प्रदेश के किसानों के लिए जैसे पहले कार्य करते थे अभी भी कार्यरत रहेंगे सदन में वह किसानों की समस्याओं को लेकर मुखर रहेंगे. खेत खलिहान किसान कृषि गत उत्पादों पर नीतीश सरकार गंभीर नहीं है लालू राज का भय दिखाकर 15 साल तक बिहार की सत्ता पर काबिज नीतीश कुमार इन 15 सालों का हिसाब क्यों नहीं दे रहे हैं वे बताए हैं कि बिहार में कितने उद्योग लगे कितने लोगों को रोजगार मिला शिक्षा के क्षेत्र में क्या सुधार हुआ क्या बाढ़ व सुखाड़ का निदान हो पाया सामाजिक स्तर पर लोगों के जन जीवन में क्या उत्थान हुआ जो व्यक्ति सिर्फ और सिर्फ अपने पद के लिए अपनी विचारधारा बदल सकता है उससे बिहार या बिहार वासियों को ढेर सारी आशाएं लगानी बेकार है. पिछले विधानसभा चुनाव में ऐसी क्या परिस्थितियां हो गई कि नीतीश कुमार को लालू प्रसाद यादव के शरण में जाना पड़ा बहुत सारी बातें हैं जिन्हें बिहार की जनता को जानना जरूरी है बिहार की जनता ने राजद जदयू को जनादेश दिया था फिर ऐसा क्या हुआ कि नीतीश कुमार ने राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पीठ में छुरा घोंप दिया. एक तरफ नीतीश कुमार धर्मनिरपेक्षता की दुहाई देते हैं दूसरी तरफ भ्रष्टाचार पर बात करते हैं यह बताएं कि सृजन घोटाला किसके राज में हुआ मुजफ्फरपुर बालिका कांड किसके राज्य में हुआ गोपालगंज में सत्ता संरक्षित अपराधियों द्वारा किस तरह निर्मम लोगों की हत्याएं हुई भाजपा जैसी पार्टियां सत्ता में साथ-साथ है फिर धर्मनिरपेक्षता की बात किस को लेकर करते हैं चाल चरित्र और चेहरे पर बिहार की जनता को ठगने वाले लोगों को इस बार बिहार की जनता जवाब देगी. एक सवाल के जवाब में सुनील कुमार सिंह ने कहा कि अब जमाना बदल गया है राजद के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव ने बिहार की जनता से सार्वजनिक रूप से कहा भी है कि राजद के 15 वर्ष के शासनकाल में अगर कुछ गलत हुआ तो इसके लिए सार्वजनिक रूप से बिहार की जनता से माफी मांगते हैं नीतीश कुमार भी अपने 15 साल के शासन का जवाब बिहार की जनता को दें सिर्फ चुनाव के समय विकास की बात करने वाले लोग सत्ता में आने के बाद बताएं कि बिहार का कितना विकास हुआ. शराबबंदी पर खुद की पीठ थपथपाने वाले लोग बताएं इस मुद्दे को राजद ने कैसे आगे बढ़ाया बिहार को विशेष राज्य का दर्जा का राग अलापने वाले लोग केंद्र और बिहार में डबल इंजन की सरकार चला रहे हैं फिर यह मुद्दा क्यों गौण हो गया है. कोरोना काल में लाखों बिहारी लोग पैदल बिहार लौटे है उनके पैरों के जख्मों का जवाब कौन देगा. सिर्फ और सिर्फ सत्ता की राजनीति करने वाले लोग बिहार का विकास नहीं चाहते उन्हें तो सिर्फ बिहार की जनता का वोट चाहिए 15 साल किसी भी दल या गठबंधन के लिए कम नहीं होता है आज बिहार बदहाल क्यों है. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि अब वोटर काफी जागरूक हो चुके हैं विकास ही बिहार में इस बार मुद्दा होगा.वापस लौटे बिहारी कामासुत लोग और उनके परिजन, नियोजित शिक्षक, बेरोजगार युवा, गरीब मजदूर तबका शोषित दलित अल्पसंख्यक सभी तबके के लोग इस बार राजद गठबंधन के प्रतीक एकजुट है बिहार विधानसभा चुनाव में राजद गठबंधन दो तिहाई बहुमत से बिहार में सरकार बनाएगी. सुनील कुमार सिंह ने कहा कि वे दल के एक कर्मठ सिपाही थे कल ने उन्हें उचित मान सम्मान दिया एक नई जिम्मेवारी दी है वे इस जिम्मेवारी का पूरी ईमानदारी के साथ निर्वहन करेंगे .राजनीति में लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी को अपना आदर्श मानने वाले सुनील कुमार सिंह कहते हैं कि लालू प्रसाद यादव नहीं होते तो लोग आज सत्ता में बैठे सुख भोग कर रहे हैं वह कहां होते उन्हें पता है. बिहार में अपराध चरम पर है ट्रांसफर पोस्टिंग का खेल अब सामने आ चुका है उद्योग धंधे चौपट है लोगों में सत्ता के प्रति असंतोष है.कोरोना संकट ने लोगों को और बदहाल किया है सरकारी योजनाएं कागजों से धरातल पर उतर नहीं पा रही हैं हर तरफ हाहाकार है ऐसे में फिर बिहार में बदलाव ही एकमात्र विकल्प है राज्य में विकास की गति को बढ़ाने के लिए.