समस्तीपुर/मोरवा
मारने वाला है भगवान बचाने वाला है भगवान,बाल न बाका होता उसका,जिसका रक्षक दयानिधान।यह कहावत आज सच देखने को मिला है।शनिवार को कमला इमरजेंसी हॉस्पिटल समस्तीपुर में बिगत 10 जून से जिंदगी और मौत से लड़ रही रोसड़ा की रहने वाली मंजू कुमारी किडनी,सुगर, हार्ट एवं बीपी से पीड़ित महिला बिगत कई दिनों से बीमार है।उन्हें ब्लड की जरूरत पड़ी और परिवार के लोग ब्लड के लिए परेसान थे।इसी बीच ताजपुर एवं मोरवा प्रखंड के निवासी जितेंद्र कुमार एवं ज्वाला प्रसाद से सम्पर्क होने पर उन्होंने आस्वासन दिया।आस्वासन मिलते ही एक अजनवी का फोन आने लगा। फोन आने पर आशा की किरण जाग उठी।कुछ ही घंटों में बाइक पर बैठे मुस्कुराते हुए दो युवा पीड़ित परिवार के लिए भगवान बनकर पहुँचे
और सदर अस्पताल स्तिथ ब्लड बैंक में जाकर हँसते-हँसते विकास कुमार पिता अनिल मालाकार के पुत्र ने एक यूनिट ब्लड पीड़ित परिवार को रक्त दान कर रक्त दाताओं को हौशला बढ़ाते हुए कहा कि रक्तदान से बढ़कर कोई दान नही है जो किसी को नया जीवन देता है।उनके जाने के बाद विकास एवं उनके साथी दीपक की चर्चा पीड़ित परिवार के लोगो एवं गांव में खूब हो रही है।वंही कुछ लोग भगवान का रूप मानकर कई लोगो ने फोन से बधाई दे रहे है।वंही कई लोग भगवान से प्राथर्ना कर उनकी उम्र लम्बी होने की कामना कर रहे है।बधाई देने वालो में रामसुंदर सदा,डॉ सुशील कुमार,दीपक कुमार,अरविंद कुमार,सुनील कुमार,राजेश कुमार,राजकुमार चौधरी,महेंद्र राम,पी आर गोपाल,सुरेश महतो,राजकुमार राय,डॉ राजन वर्मा,दिलीप कुमार,बलराम सिंह ,सहित सैकड़ो लोगों ने धन्यवाद दिया।
Published by Amit Kumar