आलोक वर्मा
नवादा : नवादा जिले के अंतर्गत रजौली में शनिवार को प्रखंड क्षेत्र में किसानों ने मॉनसून आने के बाद धान की रोकने का कार्य शुरू कर दिया है। मानसून आने के बाद रुक रुक कर हो रही बारिश से किसानों के चेहरे खिल उठे हैं। बारिश होने के कारण किसान अब खेतों में नजर आ रहे हैं।बरसात होने के कारण हरदिया पंचायत के लोगों को फुलवरिया जलाशय से नहरों में पानी मिलना शुरू हो गया है। जिससे उन किसानों के लिए सोने पर सुहागा हो गया है। जिन किसानों के द्वारा रोहिणी नक्षत्र में धान का बिचड़े खेतों में गिराया गया था।उनके मोरी अब तैयार हो गए हैं।जिससे वे लोग धान की रोपनी चालू कर दिये। फुलवरिया जलाशय के समीप के गांवों में किसानों ने धान की रोपनी जोर-शोर से शुरू की गई है।इन किसानों को फुलवरिया जलाशय वरदान के रुप में साबित हो रहा है। जिससे यहां के किसानों को नहरों के द्वारा पानी मिल रही है। पहले या यहां के किसान असमंजस में रहते थे।लेकिन मानसून आने के बाद लगातार पानी मिलने से यह लोग अग्रतर धान की रोपनी करने में जुट गए हैं। किसानों का मानना है कि जो किसान धान की रोकने पहले करते हैं,उनके धान के पौधे हिस्ट पोस्ट होते हैं, साथ ही फसल भी अच्छी होती है।वहीं कृषि विभाग के कर्मचारियों की मानें तो पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष समय से मानसून आ गया है। जिसके कारण बारिश भी अच्छी हो रही है। इसलिए उम्मीद है कि यहां के किसान समय से धान की रोपनी करने में सफल होंगे।किसानों ने मकई व दलहन अरहर की खेती के लेकर खेतों की जुताई करना भी शुरू कर दिया। किसान एक दो दिनों में अपने अपने खेतों में अरहर की बीज भी डाल देंगे।