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दीदी जी फाउंडेशन की संस्थापिका डॉ नम्रता आनंद ने कराई एक अनोखी शादी


रिपोर्ट:-मनीष कुमार

पटना


डॉ नम्रता आनंद ने स्वास्थ्य विभाग ,बिहार सरकार के निदेशक डॉक्टर नरेश कुमार के बेटे श्री विमल प्रकाश की शादी एक आदर्श विवाह के रूप मे कराई। इस को रोना संकट की घड़ी में बिना एक रुपए लेनदेन की यह शादी वास्तव में याद की जाएगी। एक आदर्श विवाह करके श्री विमल प्रकाश जी ने शिक्षक समाज में एक मिसाल कायम की है जो बहुत सराहनीय है।विमल प्रकाश हाई स्कूल मसौढ़ी में शिक्षक, पत्रकार ,दीदी जी फाउंडेशन के सदस्य ,दिल और व्यवहार से समाज सेवी हैं। इतने बड़े पद पर पिता के रहने के बाद भी अपने आप में बिना कोई नाज नखरा के इस आदर्श विवाह विवाह को संपन्न किया। डॉ नम्रता ने बताया कि मैं कुछ महीने पहले विमल जी के घर गई। वहां विमल जी की मां जो बरसों से बीमार है उनसे मिली। साथ ही विमल जी के पापा स्वास्थ्य निदेशक डॉक्टर नरेश कुमार से भी मिली। उनसे काफी प्रभावित होने के बाद स्थिति की गंभीरता को ख्याल कर उस घर के लिए बहू खोजने लगी। इसी क्रम में विमल जी की माता जी को दिए वचन को पूरा करना नम्रता ने अपना नैतिक व संस्कारिक जवाबदेही समझा। एक समाज सेविका एवं शिक्षिका की भूमिका अदा करते हुए नम्रता ने बिना तिलक दहेज की शादी 28-6 -2020 को हाजीपुर महुआ के कुशहर ग्राम की रहने वाली विभा कुमारी से कराया।बौद्ध धर्म के रीति रिवाज के अनुसार वैवाहिक रस्म पूरा किया गया ।
        समाजसेवी होने के नाते श्री विमल प्रकाश जी के मन में आया की आर्थिक रूप से कमजोर व संस्कार से जो धनी होंगे उनके यहां रिश्ता करेंगे ।अपना यह विचार राष्ट्रीय युवा पुरस्कार व शिक्षक सम्मान प्राप्त दीदी जी फाउंडेशन की संस्थापिका डॉ नम्रता आनंद से प्रकट किया। उसके बाद नम्रता ने अपने बौद्धिक कुशलता व कर्मठता से दहेज मुक्त शादी संपन्न करवाई और एक अच्छी पहल की। 
        यह शादी हाजीपुर वैशाली जिले के एक ऐसे ही परिवार में हुई है जिनके पिता स्वर्गीय मुनेश्वर दास 20 साल पहले ही दुनिया छोड़ जा चुके हैं एवं भाई सुबोध दास भी अस्थि जन्य दोनों पैर से विकलांग है वह आर्थिक रूप से कमजोर है लेकिन संस्कार से धनी है ।लड़की के बड़े भाई गांव में ही बच्चों को पढ़ा कर अपना जीवन यापन करते हैं। वधु के दोनों पैर से विकलांग भाई ने विवाह स्थल पर सारा इंतजाम किया। शादी में शिक्षिका सरिता कुमारी जी की महती भूमिका रही।शादी समारोह बौद्ध रिती रिवाज से शिक्षिका सरिता जी के महुआ स्थित आवास पर संपन्न हुआ। दर्जनों लोग इस विवाह के साक्षी बने।
      इस प्रकार विभा कुमारीऔर विमल प्रकाश की शादी ने एक मिशाल कायम की है। दीदी जी फाउंडेशन की या पहल वास्तव में काबिले तारीफ है। दीदी जी फाउंडेशन के राज्य समन्वयक श्री कुंदन कुमार मलिक ,जैनब अंजुम, सोनू कुमार संस्था पिका डॉ नम्रता आनंद ने उपस्थित होकर वर वधु को आशीर्वाद दिया। जो सदस्य नहीं उपस्थित हो पाए उन्होंने भी वर-वधू को प्यार और आशीर्वाद दिया। दीदी जी फाउंडेशन के अध्यक्ष श्री अनिल कुमार वर्मा जिला एवं सत्र न्यायाधीश ने कहा आज समाज को ऐसी शादियों की ही जरूरत है तभी यह समाज दहेज प्रथा रूपी राक्षस से मुक्त हो पाएगा। वास्तव में आज ऐसी पहल करने की जरूरत है जो दीदी जी फाउंडेशन ने किया है। दीदी जी फाउंडेशन के सचिव निखिल नटराज ,कोमल सोनी ,नीरज कुमार, प्रियंका कुमारी, राजू कुमार, रंजीत ठाकुर, पिंटू कुमार, रत्नेश राज, नीतू शाही, मनीषा कुमारी ,शबाना, रेहाना ,आदि सभी सदस्यों ने इस नवविवाहित युगल जोड़ी को प्यार और आशीर्वाद दिया और उनके सुखद भविष्य की कामना की।
     लॉक डाउन की स्थिति वह अपने लोगों को भी शादी समारोह में नहीं खोज पाना सूचित करना समय वह स्थिति परिस्थिति की मजबूरी बनी। लॉकडाउन खत्म होने पर स्थिति सामान्य होने पर रिसेप्शन में युगल जोड़ी आप सभी का आशीर्वाद प्राप्त करने को लालायित है। नम्रता ने डॉक्टर नरेश कुमार ,स्वास्थ निदेशक, बिहार सरकार को बहुत-बहुत धन्यवाद देती है जिनके उच्च विचार ,उच्च संस्कार ,ने एक गरीब घर की बेटी को अपनी बहू बनाया और एक गरीब बेटी एवं उसके परिवार को समाज में इज्जत दिया। ऐसे परिवार को आज सभी लोग धन्यवाद दे रहे हैं। अरुण क्रांति कुशवाहा जी को भी बहुत-बहुत धन्यवाद जिन्होंने विभा के बारे में बताया।
Published by Amit Kumar

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