मिथिला हिन्दी न्यूज :- बिहार के तमाम विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में होने वाली वार्षिक व सेमेस्टर परीक्षाओं को लेकर अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है।बिहार में लाखों विद्यार्थी परीक्षा को लेकर ऊहापोह की स्थिति में हैं।ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय के द्वारा ओएमआर सीत पर परिक्षा लेकर छात्रों को अगली कक्षा में भेजने का आदेश मौखिक तो आया है। लेकिन अभी पदोन्नति का क्या आधार होगा इसको लेकर कोई निर्देश नहीं है।कोरोना संक्रमण में पेपर देने में विफल बिहार के लाखों छात्र-छात्राओं के भाग्य पर कब फैसला होगा ये कहना बेहद मुश्किल है । बिना परीक्षा छात्र कैसे पास किए जाएंगे, हो सकता है नीतीश सरकार इसकी घोषणा कर सकते हैं। प्रमोशन की स्थिति में स्नातक प्रथम वर्ष के छात्रों के इंटर के अंक आधार बन सकते हैं। फाइनल इयर में प्रथम एवं द्वितीय वर्ष के संबंधित पेपर के अंकों का औसत किया जा सकता है। किसी भी वर्ष का कुल औसत अगले वर्ष के लिए प्रमोशन का आधार नहीं होगा। छात्रों को बीते वर्षों में प्रत्येक पेपर में मिलने वाले नंबर प्रमोशन के नंबरों की दिशा तय करेंगे।